दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद कुछ हुआ हो या ना हुआ हो, लेकिन विपक्ष कहीं ना कहीं एकजुट होता नजर आ रहा है। सिसोदिया की गिरफ्तारी से सियासी गलियारों में हलचल पैदा हो गई है। सभी राजनीतिक दल मिलकर बीजेपी को घेरने में लगे है। अब समाजवादी पार्टी भी आम आदमी पार्टी के समर्थन में मैदान में उतर गई है। दरअसल सपा पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सरकार पर हमला बोला है।
‘सच को भला कब तक गिरफ्तार किया जा सकता है’
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए लिखा कि “मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी ये साबित करती है कि बीजेपी सरकार 2024 से पहले ही अपनी हार मान चुकी है। इसीलिए अलग-अलग प्रदेशों में विपक्षी राजनीतिक शक्तियों को झूठे मुकदमों में फंसा रही है। लेकिन संघर्षशील लोग जेल जाने से नहीं डरते। सच को भला कब तक गिरफ्तार कर रखा जा सकता है।”
वहीं उन्होंने लिखा कि दिल्ली में शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव लानेवाले मनीष सिसोदिया जी को गिरफ्तार करके बीजेपी ने साबित कर दिया है कि भाजपा शिक्षा के साथ-साथ दिल्ली के बच्चों के भविष्य के खिलाफ भी है।
दिल्ली की जनता बीजेपी को इसका जवाब अगामी लोकसभा चुनाव में सातों सीटें हराकर देगी।
यूपी में सिर्फ 4% बेरोजगारी है, तो इसका मतलब क्या- अखिलेश
अखिलेश यादव ने कहा कि यह कोई देश में यह कोई पहली घटना नहीं है। बीजेपी जब से सत्ता में है सेंट्रल एजेंसीज का गलत इस्तेमाल हो रहा है। मनीष सिसोदिया शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने का काम कर रहे थे। बीजेपी सरकार में विपक्षी नेताओं की सिर्फ जांच चल रही है। सीबीआई ईडी एजेंसियां जांच में लगाई जा रही है।
अखिलेश ने आगे कहा कि 2024 के चुनाव से पहले व्यवस्था की जा रही है। योगी सरकार का कहना है कि यूपी में सिर्फ 4% बेरोजगारी है, तो इसका मतलब क्या 90% बेरोजगारों को रोजगार मिल गया है। वहीं देश में महंगाई चरम पर है, जिसे बीजेपी सरकार ने बढ़ाया है। आज वह 20 लाख करोड़ के घाटे में है। एलआईसी और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का पैसा डूब गया है।
यह प्रदेश प्रधानमंत्री देता है यह बड़ी साजिश है छोटी नहीं है- अखिलेश
अखिलेश ने अडाणी का नाम न लेते हुए बीजेपी पर तंज कसा और कहा कि मित्र की पहचान बुरे दिन में होती है। बीजेपी को बताना चाहिए कि वह मित्र के साथ खड़े हैं कि नहीं। आप लोग समझ गए कौन-कौन मिला है। उन्होंने कहा कि बड़ी साजिश है यूपी का चुनाव छोटा नहीं देश का चुनाव है। इस प्रदेश ने ही प्रधानमंत्री दिया है। यह प्रदेश प्रधानमंत्री देता है यह बड़ी साजिश है छोटी नहीं है।
वहीं बीजेपी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का नाम भी आ रहा है। लेकिन यूपी की जनता ऐसे माफिया लोगों को जवाब देगी। अखिलेश ने बीजेपी माफियाओं की सूची मांगते हुए कहा कि माफियाओं की सूची जारी कर दें। सरकार माफियाओं की सूची जारी करने में पीछे हट रही है। मैंने सूची मांगी है टॉप टेन और टॉप हंड्रेड माफियाओं की सूची दीजिए।