उत्तर भारत को ठंड ने अपनी चपेट में ले लिया है। जहां एक तरफ पहाड़ी क्षेत्र में हो रही बर्फबारी हो रही है, वहीं मैदानी क्षेत्रों में भी शीतलहर का दौर जारी है। पहाड़ो में हो रही बर्फबारी का असर मैदानी क्षेत्रों में भी दिखाई दे रहा है। इसके चलते यूपी के आगरा में भी ठंड कहर बरस रहा है। आगरा नोएडा एक्सप्रेसवे को धुंध और कोहरे ने पूरी तरह से ढक दिया है। धुंध को देखते हुए 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की गति कम कर दी गई है।
अब इतने प्रतिघंटा के हिसाब से चलेगी गाड़ी
यमुना एक्सप्रेसवे पर 100 की बजाय 75 किमी प्रतिघंटा की स्पीड से वाहन सड़कों चल रहे हैं। ठंड और कोहरे को देखते हुए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने यह निर्णय लिया है।
आपको बता दें कि प्रतिदिन नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली-एनसीआर के शहरों से मथुरा, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, कानपुर और लखनऊ सहित अन्य जिलों तक यात्रा करने के लिए लोग यमुना एक्सप्रेस-वे का उपयोग करते हैं। इस एक्सप्रेस-वे की सड़क ग्रीन फील्ड है। जिसके चलते ठंड के मौसम में इस सड़क को धुंध और कोहरा ढक लेता है। जिसकी वजह से दुर्घटना होने की संभावना अधिक बनी रहती है। अधिक गति मौत को दावत देने जैसे होती है। इसलिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने पिछले कुछ वर्षों से ठंड के महीनों में एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की गति को कम कर देती है।
भारी वाहनों की स्पीड क्यों नहीं किया बदलाव
यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की गति 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक कम कर दी गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर सामान्य रूप से हल्के वाहनों की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम निर्धारित है। अब इस हल्के वाहनों की गति 75 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम कर दी गई है। भारी वाहन कम होने की वजह से भारी वाहनों में कोई बदलाव नहीं किया गया है।