Kanwar Yatra 2022: हाथरस में सड़क हादसे में 6 कांवड़ियों की मौत के बाद योगी आदित्यनाथ एक्शन मूड में हैं, बता दें की पुलिस अधीक्षक विकास वैद्य पर बड़ी कार्रवाई की गई है. उन्हें पुलिस अधीक्षक के पद से हटा दिया गया है. उनकी जगह देवेश पांडे को जिले का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है. देवेश पांडे को तत्काल चार्ज लेने का भी निर्देश दिया गया है. विकास वैद्य का तबादला कर उन्हें सेनानायक, मिर्जापुर के पद पर भेजा गया है.
हाथरस में कांवड़ियों के साथ पेश आई सड़क दुर्घटना को योगी सरकार ने अत्यंत गंभीरता से लिया है। 24 घंटे के अंदर ही सरकार ने एसपी हाथरस विकास वैद्य पर इस दुर्घटना की गाज गिराते हुए उनका ट्रांसफर कर दिया। वैद्य अब 39 वीं वाहिनी पीएससी में बतौर सेनानायक अपनी सेवाएं देंगे। उनकी जगह देवेश कुमार पांडेय लेंगे जो फिलहाल 39 वीं वाहिनी पीएसी मिर्जापुर में सेनानायक के पद पर तैनात हैं। शासन की ओर से अपर पुलिस महानिदेशक कार्मिक राजा श्रीवास्तव ने तबादले का आदेश जारी किया है। दोनों अधिकारियों से तत्काल कार्यभार ग्रहण करने को कहा गया है।
यूपी के मेरठ में समुदाय विशेष के लोगों ने कांवड़ पर थूका
आपको बता दें की हाल ही में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के कंकरखेड़ा से एक मामला सामने आया था जहां पर कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में शनिवार को नेशनल हाईवे-58 पर उस वक्त बवाल हो गया, जब कांवड़ियों का एक जत्था हरिद्वार से राजस्थान जा रहा था. इसी दौरान संप्रदाय विशेष के दो युवकों ने जत्थे बीच जाकर कांवड़ के ऊपर थूक दिया. जिससे शिवभक्तों में आक्रोश फैल गया.
कावड़ियों ने बताया कि कंकरखेड़ा नेशनल हाईवे 58 पर कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के हाईवे चौकी के पास दो युवक डिवाइडर कूद कर आए और उनकी कावड़ पर तीन चार जगह थूक दिया. जिससे हमारी कांवड़ खंडित हो गई. इसके बाद शिवभक्तों ने नेशनल हाईवे 58 पर तीन घंटे तक धरना देकर हाईवे को जाम कर दियाजिलाधिकारी दीपक मीणा और पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवाण समेत अन्य अधिकारियों ने आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करने का आश्वासन देते हुए, कांवड़ियों को शांत किया। दोपहर को एसपी सिटी विनीत भटनागर हाईवे चौकी में कांवड़ियों से वार्ता कर रहे थे।
कांवड़िए आक्रोशित, पुलिस चौकी में तोड़फोड़
इसी बीच हिंदू संगठन से जुड़ी एक महिला कार्यकर्ता चौकी पहुंची और हंगामा करने लगी। चौकी के बाहर दीवार पर चौकी इंचार्ज मोहम्मद असलम समेत अन्य पुलिसकर्मियों के नाम व मोबाइल नंबर लिखे हुए थे। जिनमें से चौकी इंचार्ज मोहम्मद असलम का नाम पर लाल रंग लगाकर मिटा दिया गया। आरोप लगाया कि दारोगा ने ही आरोपित युवक को बचाने का प्रयास किया है। अब दारोगा को बचाने के लिए पुलिस ने उसके नाम पर ही लाल रंग पोत दिया। एसपी सिटी कांवड़ियों को समझाने का प्रयास कर रहे थे। मगर उनकी सुनने को कोई तैयार नहीं था। एसपी सिटी चौकी के अंदर से बाहर आए और गाड़ी में बैठ गए।
इसी बीच चौकी के अंदर से आक्रोशित भीड़ हंगामा करती बाहर आई और एसपी सिटी विनीत भटनागर की गाड़ी पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। गाड़ी के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए। इसके बाद भीड़ ने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम कर दी। पुलिस ने कांवड़ियों को समझाया और शांत किया। फिलहाल मौके पर एसपी ट्रैफिक जितेंद्र श्रीवास्तव कई थानों की पुलिस और पीएसी के जवानों संग मौजूद है।