संभल। यूपी के संभल में DM के आदेश पर पुलिस ने जिला अस्पताल में आग लगाने के आरोपी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी को रासुका में निरुद्ध किया है। आरोपी राजा अंसारी 28 जून को जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल पर आग लगाने के दौरान CCTV कैमरे में कैद हुआ था। जिला अस्पताल की तीसरी मंजिल पर आग लगाने के बाद आरोपी फरार हो गया था। पुलिस ने आरोपी राजा अंसारी की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार के इनाम का एलान किया था। फिलहाल आरोपी राजा अंसारी मुरादाबाद कारागार में बंद है।

खास बात यह है की संभल में समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने बयान जारी कर आरोपी को निर्दोष बताया था। मामला संभल के जिला अस्पताल का है। 28 जून को जिला अस्पताल के तीसरी मंजिल पर अचानक आग लगने से जिला अस्पताल में अफरा तफरी फैल गई थी। जिला अस्पताल के स्टाफ और फायर बिग्रेड की जवानों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया था।

पुलिस ने आग लगने की वजह जानने के लिए जिला अस्पताल में लगे CCTV कैमरों की फुटेज को खंगाला तो CCTV फुटेज में नखासा थाना इलाके के तुर्तीपुर इल्हा गांव का रहने वाला राजा अंसारी नाम का युवक जिला अस्पताल के तीसरी मंजिल के कक्ष में आग लगाता हुआ नजर आया था। आरोपी की शिनाख्त होने के बाद पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी की कोशिश की तो आरोपी फरार हो गया। जिसके बाद जिले के SP ने आरोपी के गिरफ्तारी के लिए 25000 के इनाम का ऐलान किया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच, सर्विलांस और पुलिस की कई टीमें गठित की गई थी। काफी प्रयासों के बाद पुलिस ने आरोपी राजा अंसारी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।

आज मंगलवार को जनपद के जिलाधिकारी मनीष बंसल ने जिला अस्पताल में आग लगाने के आरोपी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपी को रासुका में निरुद्ध किए जाने के आदेश जारी किए हैं। जिलाधिकारी मनीष बंसल द्वारा जारी आदेश में कहा गया है की, ‘आरोपी राजा अंसारी को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 के तहत निरुद्ध किया जाता है, मुरादाबाद जिले में कारागार अधीक्षक को निर्देशित किया गया है की आरोपी राजा अंसारी को साधारण बंदी की तरह कारागार में रखा जाए’।

खास बात यह है कि संभल में समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने बयान जारी कर आरोपी राजा अंसारी को निर्दोष बताया था। सपा सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने आरोपी के बचाव में तर्क देते हुए कहा था की, ‘जिला अस्पताल भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है, और भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए जिला अस्पताल के स्टाफ द्वारा रिकॉर्ड को आग लगाकर राजा अंसारी को फसाया गया है’।
