लखीमपुर कांड से एक बार से यूपी शर्मसार हो गई है। जहां कुछ युवकों ने दो सगी बहनों के साथ दरिंदगी की सारी हदें पार कर दी। लेकिन हैरात की बात तो ये है कि एसपी संजीव सुमन इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाने के बजाय पीड़िता के परिजनों पर ही भड़ग रहे हैं। ऐसे समय में समझदारी से काम लेने और आरोपियों को उनके अंजाम तक पहुंचाने की बजाय वो अपना आपा खो बैठे है।
परिजनों में बढ़ा आक्रोश
दरअसल एसपी ने पीड़ित के परिजनों से कहा कि नेतागिरी करोगे तो सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दूंगा। वहीं एसपी के इस बयान के बाद परिजनों में आक्रोश बढ़ गया है। आपको बता दें कि करीब 4 दिन पूर्व इसी तरह की दरिंदगी एक और बेटी के साथ हुई थी। लगता है एसपी खीरी से लखीमपुर खीरी की कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है। इसलिए वो पीड़ितों पर इस तरह से भड़कतें है। प्रदेश में ऐसी अपराधिक घटनाएं सिलसिलेवार ढंग से घट रही है।
6 आरोपी गिरफ्तार
दरअसल लखीमपुर खीरी में बुधवार को एक खेत में दो दलित नाबालिग किशोरियों के शव पेड़ से लटके मिले। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी छोटू समेत 6 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं पुलिस ने पॉक्सो, रेप, हत्या समेत गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार परिवार ने तीन लोगों पर बच्चियों का अपहरण कर रेप और फिर हत्या करने का आरोप लगाया था। गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम छोटू, जुनैद, सुहैल, आरिफ, करीमुद्दीन, हाफिजुरहमान हैं।
ग्रामीणों ने पुलिस को घेरा
वहीं घटना के बाद से ही ग्रामीण खाफी गुस्से में है। ग्रामीणों ने कल रात शव कब्जे में लेने गई पुलिस टीम को घेर लिया। गांव वाले शव पुलिस को देना नहीं चाह रहे थे। पुलिस ने किसी तरह शवों को एम्बुलेंस के जरिए पोस्टमार्टम के लिए भेजा तो एम्बुलेंस के पीछे ही गांव वाले निघासन चौराहे पर आ गए। गांव वालों ने यहां जमकर हंगामा किया और चौराहा जाम कर दिया। काफी देर पुलिस के समझाने के बाद गांव वाले माने और जाम खोला। घटना की गंभीरता को देखते हुए गांव से लेकर निघासन तक भारी फोर्स लगा दी गई है।
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