यूपी में रामचरितमानस को लेकर शुरू हुआ विवाद रूकने का नाम नहीं ले रहा। दरअसल मंगलवार को लखनऊ में सपा कार्यालय के बाहर एक पोस्टर लगाया गया। जिसपर लिखा गया है कि ‘गर्व से कहो हम शूद्र हैं’। इसे अखिल भारतीय कुर्मी क्षेत्रीय महासभा द्वारा लगाया गया है। वहीं पोस्टर पर संगठन के राष्ट्रीय महासचिव ने अपने नाम के आगे डॉ. शूद्र उत्तम प्रकाश सिंह पटेल लिखवाया है।
शूद्र होने पर गर्व करने में दिक्कत क्या है- सपा प्रवक्ता
पोस्टर को लेकर सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन का कहना है कि “जब धर्मग्रंथों में लिखा है कि चार प्रमुख वर्ग है, पहला क्षत्रिय, दूसरा ब्राह्मण, तीसरा वैश्य और चतुर्थ शुद्र, तो इसमें शूद्र होने पर गर्व करने में क्या दिक्कत है।
दरअसल सोमवार को सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा था कि मैं सीएम योगी से पूछना चाहूंगा कि मैं शूद्र हूं या नहीं। इसपर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश के इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि “अखिलेश इस तरह से दलितों की सहानुभूति लेना चाहते हैं।”
स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर कसा तंज
इस बीच सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने 31 जनवरी को एक बार फिर नया ट्वीट किया है।
सुहेलदेव पार्टी के प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने कहा कि ‘रामचरितमानस की धज्जियां उड़ाने वाले को पुरस्कार मिला है’
वहीं अखिलेश यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य का बचाव में कहा कि वह सीएम योगी से विधानसभा में इस महाकाव्य की एक चौपाई में इस्तेमाल किए गए ‘ताड़ना’ शब्द की व्याख्या पूछेंगे।
‘हमारे सीएम योगी तो मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि… ‘
अखिलेश ने आगे कहा कि हमारे सीएम एक संस्थान से निकले हैं और वह योगी हैं। मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि रामचरितमानस में जिन पंक्तियों का जिक्र इस वक्त चल रहा है उनमें ताड़ना शब्द का इस्तेमाल किया गया है तो वह किन लोगों के लिए किया गया है।
उन्होंने ये भी कहा कि ये हमारा और आपका सवाल नहीं है बल्कि ये धार्मिक लोगों का सवाल है। हम भगवान विष्णु के सभी अवतारों को मानते हैं, लेकिन जिस पर हमें आपत्ति है। उस पर हम सदन में सवाल पूछेंगे। जिस शब्द पर बवाल मचा है, उसके बारे में कोई नहीं बोल रहा है।
अखिलेश पर डिप्टी सीएम केशव मौर्य का पलटवार
अखिलेश यादव के बयान के बाद डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने ट्वीट करते हुए पलटवार किया। उन्होंने लिखा कि वह अपने मकसद में कभी कामयाब नहीं होंगे।