मुंबई: 1993 बम ब्लास्ट के दोषी रहे याकूब मेमन को आज से 7 साल पहले मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफना दिया गया था। जानकारी के मुताबिक पांच महीने पहले मार्च में शब-ए-बारात के समय याकूब मेमन की कब्र पर मार्बल लगाने और लाइटिंग का काम हुआ था। यह कब्रिस्तान मरीन लाइंस स्टेशन के पास है जिसे बड़ा कब्रिस्तान के नाम से जाना जाता है।
वहीं, बीजेपी नेता राम कदम ने जब सवाल उठाए तो उसके बाद मुंबई पुलिस की टीम कब्रिस्तान पहुंची और फौरन लाइटिंग को हटा दिया गया। साथ ही मुंबई पुलिस इस मामले की जांच भी कर रही है। बीजेपी ने सीधे तौर पर इसके लिए उद्धव ठाकरे की पिछली महाविकास अघाड़ी सरकार को जिम्मेदार ठहराया है और अघाड़ी सरकार को घेरने में जुटी हुई है।
बीजेपी का कहना है कि उद्धव ठाकरे के सीएम रहते कब्र को मजार बनाने का काम हुआ था। इस मामले में उद्धव ठाकरे, शरद पवार और राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए। वहीं, वीएचपी प्रवक्ता श्रीराज नायर का कहना है कि याकूब मेमन की पूरी कब्र को तोड़ देना चाहिए, क्योंकि आतंकी की कब्र पर लाइटें लगाना आतंकवाद को समर्थन देने जैसा है।
जानकारी के मुताबिक कब्र के पास बड़ी-बड़ी लाइट लगाई गई। हालांकि यह तस्वीरें पुरानी हैं लेकिन सवाल यह भी है कि इसे लगाने की इजाजत किसने दी? इस मुद्दे पर कब्रिस्तान के केयरटेकर का कहना है कि मेमन परिवार ने यह जगह ली है। याकूब के बाद उसके रिश्तेदारों को भी यहीं दफनाया गया है।
कौन है याकूब मेमन
याकूब मेमन को साल 2015 में फांसी देने के बाद मुंबई के बड़ा कब्रिस्तान में दफनाया गया था। याकूब बम धमाकों के दूसरे दोषी टाइगर मेमन का भाई है। हाल ही में टाइगर मेमन पर एनआईए ने 15 लाख का इनाम घोषित किया था। वहीं अंडरवर्ल्ड डॉन और आतंकी दाऊद इब्राहिम पर 25 लाख का इनाम रखा गया है। सुरक्षा एजेंसियों के मुताबिक टाइगर मेमन फिलहाल पकिस्तान में दाऊद इब्राहिम के साथ ही रहता है। दाऊद इब्राहिम के कहने पर ही मेमन बंधुओं ने बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद मुंबई को सीरियल धमाकों से दहलाने की साजिश रची थी।