सदियों से लोग नए साल का जश्न मनाते आ रहे हैं। लेकिन आज के दौर में जश्न का मतलब ही बदल गया। लोग नए साल पर पार्टी करने क्लब या होटल जाते है। रात-रातभर पार्टी चलती है। या यूं कहें कि दारू चलती है। लोग जश्न में इतना खो जाते है कि उन्हें होश तक नहीं होता कि वह कहा हैं। किस हालात में हैं। ना उन्हें घर का पता होता है ना ही खुद का। अब ऐसे लोगों के लिए नोएडा पुलिस ने नई पहल शुरू की है।
पीकर लुढ़कने वालों को घर पहुंचाएगी पुलिस
दरअसल नोएडा पुलिस नए साल और क्रिसमस के जश्न की ड्रोन से निगरानी रखेगी। इसके अलावा पीकर लुढ़कने वालों को पुलिस उनके खर्चे पर घर भेजेगी। इसके लिए प्राइवेट टैक्सी का इंतजाम किया जा रहा है। वहीं सेक्टर-18 बाजार और गार्डेन गैलेरिया मॉल में पुलिस की कड़ी नजर रहेगी। जहां 200 से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। इस कड़ी में पुलिस ने शुक्रवार को मॉल समचालक पब और बार के प्रबंधकों के अलावा सिक्योरिटी इंचार्जों के साथ बैठक की। इस दौरान पुलिस ने उन्हें सुरक्षा मानकों का पालन करने के कड़े निर्देश दिए।
करीब डेढ़ लाख लोग जश्न मानने बाहर निकलेंगे
शहर में करीब 50 से अधिक बड़े पब और बार में नए साल और क्रिसमस के जश्न की तैयारियां चल रही हैं। 31 दिंसबर को करीब डेढ़ लाख लोग जश्न मानने बाहर निकलेंगे। नए साल पर जीआईपी स्थित गार्डेन गैलेरिया में सबसे ज्यादा भीड़ नजर आती है। यहां करीब 25 हजार युवक-युवतियां पार्टी करने के लिए आएंगे।
प्राइवेट कैब और एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी
इन सब को ध्यान में रखते हुए इस बार पुलिस ने कई अलग तैयारियां की हैं। दरअसल गार्डेन के बाहर प्राइवेट कैब और एंबुलेंस की व्यवस्था की जाएगी। पीकर लुढ़कने वालों को उनके घरों तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही अवैध पार्किंग में खड़े वाहनों को हटाने के लिए क्रेन और दमखल वाहन तैनात होंगे। वहीं शुक्रवार सेक्टर-6 में आयोजित बैठक में डीजीपी हरीश चंदर ने बार चालकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश, सरकारी दिशा निर्देश और सुरक्षा मानकों का पालन हर हाल में करने के लिए सख्त निर्देश दिए हैं।
झुग्गियों में रह रहे लोगों का सत्यापन किया जाएगा
वहीं अगर पार्टी में ड्रग्स का सेवन किया गया तो बार के लाइसेंस को कैंसिल किया जाएगा। अगर कोई ड्रग्स लाकर सेवन करता है या फिर बार की तरफ से ड्रग्स उबलब्ध कराया जाता है तो दोनों ही स्थितियों में बार संचालकों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। वहीं नशे में गाड़ी चलाने वालों को जेल की हवा खानी पड़ेगी। इसके अलावा जीआईपी मॉल परिसर और गैलेरिया के पीछे काफी खाली जगह है जहां काफी अंधेरा है। वहां पर झुग्गियां भी हैं। इस जगहों पर लाइटों की व्यव्स्था की जा रही है। साथ ही इन झुग्गियों में रह रहे लोगों का सत्यापन का काम भी किया जाएगा।