भारत ने शुक्रवार से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दो दिवसीय आतंकवाद विरोधी बैठक की मेजबानी की। ये बैठक 28 अक्टूबर और 29 अक्टूबर को मुंबई और नई दिल्ली में होगी। भारत ने पहली बार यूएनएससी की आतंकवाद रोधी समिति की विशेष बैठक की मेजबानी की। बता दें कि आज के बैठक के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सदस्य संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की विशेष बैठक के लिए मुंबई में होटल ताजमहल पैलेस पहुंचे। इस दौरान उन्होंने होटल में 26/11 स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की।
हमने 26/11के पीड़ितों की आवाज सुनी है
भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने भी मुंबई के ताज महल पैलेस होटल में 26/11 स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की है। डॉ. एस. जयशंकर ने कहा कि ‘हमने 26/11 हमले के मास्टरमाइंड और अपराधियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की है। उन्होंने आगे कहा कि इस स्थल पर UNSC की आतंकवाद-रोधी समिति का एक साथ आना विशेष और महत्वपूर्ण है।’
इस अवसर पर ‘हमें मिलकर ये संदेश देना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराने और न्याय देने में कभी हार नहीं मानेगा।’ उन्होंने कहा कि आतंकवाद अंतरराष्ट्रीय शांति, सुरक्षा के लिए और मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। आज हमने पीड़ितों की आवाज सुनी है।
ए. ब्लिंकन का 26/11 आंतकी हमले पर बयान
इसी बीच अमेरिकी विदेश मंत्री ए. ब्लिंकन का भी 26/11 आंतकी हमले को लेकर एक बयान सामने आया है। उन्होंने 26/11 हमले को याद करते हुए कहा कि जैसा कि हम मुंबई 26/11 के हमलों के दौरान हुई अपूरणीय क्षति पर विचार करते हैं। यह इन भयावहता के अपराधियों को जवाबदेह ठहराने और भविष्य के हमलों को टालने के सभी अधूरे कामों की याद दिलाता है।