कश्मीर को लेकर दशकों से बवाल रहा है..लेकिन इन सबके बाद भी कश्मीर आज भारत का हिस्सा है..तो इसके पीछे की वजह है श्यामा प्रसाद मुखर्जी का संघर्ष और बलिदान है..आज श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती है..श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने नारा दिया था एक देश में 2 प्रधान, 2 विधान, और 2 निशान नहीं चलेंगे..उनके उस सपनें को प्रधानमंत्री के नेतृत्व में पूरा करने में सफलता मिली है..
वे महान शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ समाजसेवी थे
इसी बीच यूपी के सीएम आदित्यनाथ योगी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी नमन करते हुए कहा की भारतीय जनसंघ के संस्थापक अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती के अवसर पर मैं प्रदेश शासन की तरफ से भारत माता के इस सपूत को उनकी सेवाओं के लिए कोटि कोटि नमन करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं.. वे महान शिक्षाविद, स्वतंत्रता सेनानी, वरिष्ठ समाजसेवी थे
दरअसल जम्मू कश्मीर का इतिहास सैंकड़ों साल पुराना है..और यही इतिहास इसकी पहचान है..लेकिन 1947 में इस गौरवशाली इतिहास पर आतंक की लकीर खींच दी गई..हक के लड़ती कश्मीरी, सड़कों पर तैनात सुरक्षाबल, और पाकिस्तान की नापाक साजिशे, सुंदर घाटी की यही पहचान बन गई..
72 साल बाद जम्मू कश्मीर की तस्वीर
आजादी के 72 साल बाद जम्मू कश्मीर की तस्वीर को बदलने उससे आतंक से आजाद करवाने के लिए फिर से इतिहास गढ़ा गया..5 अगस्त 2019 को गृहमंत्री अमित शाह ने पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जम्मू कशमीर से अनुच्छेद 370 को हटाने की घोषणा की..