Gorakhpur: सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने गोरखपुर पहुंचने के बाद सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि आपने पहले भी भाजपा की सरकार देखी है। दिल्ली और लखनऊ में भी भाजपा की सरकार है। बीजेपी की सरकार में गोरखपुर जैसे शहर में बरसात में सड़क पर गाड़ी नहीं चलती है। यहां पर बरसात अधिक हो जाए, तो हमें और आपको नाव से जाना पड़ेगा। यहां कभी-कभी देखने को मिलता है कि सड़क नीची है कि नाली ऊपर है। पानी कहां से निकलेगा।
लोगों से वोट की उम्मीद कैसे कर सकती है बीजेपी
एक ऐसी सरकार जिसने अपने पहले 5 साल के कार्यकाल में और इस कार्यकाल में जिसकी शुरुआत हो गई है, जो नाली और नाला नहीं बना पाई हो, पानी के निकास का इंतजाम न कर पाई हो। वह पार्टी कैसे उम्मीद कर सकती है कि लोग उस के पक्ष में मतदान करेंगे।
अखिलेश यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि गोरखपुर के लोगों को वह याद दिलाना चाहते हैं कि यह सीएम वही हैं, जिन्होंने कहा था कि हम गोरखपुर में मेट्रो चलाएंगे। गोरखपुर के लोग बताएं कि मेट्रो स्टेशन कहां पर है। यह मेट्रो स्टेशन गोरखपुर में कहीं है कि नहीं है। अखिलेश यादव ने कहा कि लगता है यह मुख्यमंत्री भी गोरखधंधा करते हैं। यह बात इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि वह कागज पर मेट्रो बना रहे हैं।
‘सीएम को नहीं पता क्या होती है मेट्रो, महानगरों में सपा ने बनाई मेट्रो’
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को हवाई मार्ग से गोरखपुर एयरपोर्ट पहुंचे। गोरखपुर के नंदा नगर में सभा करते हुए उन्होंने केंद्र और यूपी की सरकार पर जमकर हमला बोला। गोरखपुर को लेकर उन्होंने कहा कि शहर के लिए सबसे बड़ी, अच्छी और सफर की साफ-सुथरी सुविधा मेट्रो की होती है।
उन्होंने कहा कि समाजवादियों को इस बात की खुशी है कि बड़े-बड़े शहरों में आज जो भी मेट्रो चल रही है, वह समाजवादियों की देन है। चाहे वो लखनऊ, कानपुर, आगरा, नोएडा हो। उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि मुख्यमंत्री इस बात को समझते हैं कि मेट्रो क्या चीज है? वे समझते तो आज गोरखपुर के लोग मेट्रो से चल रहे होते।
‘टैक्स के नाम पर जनता की जेब हो रही ढीली’
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि यह चुनाव इसलिए हो रहा है, क्योंकि कूड़ा हटा कि नहीं हटा। शहर की नालियां साफ हुई कि नहीं हुई। अखिलेश ने कहा कि अगर नालियां साफ नहीं हुई और कूड़ा नहीं हटा तो आपसे घरों का टैक्स ले रहे हैं कि नहीं ले रहे हैं? नाली को सीवर में जोड़ेंगे, तो उसके लिए भी रुपया देना पड़ रहा है कि नहीं देना पड़ रहा है?
‘गोरखपुर में सांड़ संभाल रहे हैं ट्रैफिक, गांव में 100 प्रतिशत बेरोजगार’
अखिलेश यादव ने गोरखपुर में नगर निगम की दुर्व्यवस्था को लेकर भी सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में ट्रैफिक पुलिस की जरूरत नहीं है। वे अक्सर फोटो देखते रहते हैं। यहां पर सड़कों पर सांड़ अपने आप ट्रैफिक संभाले हुए हैं। बताइए सड़कों पर सांड़ घूम रहे हैं कि नहीं घूम रहे हैं? यह किसकी जिम्मेदारी है? सांड़ हटाना, कूड़ा हटाना नाली साफ रखना। मुख्यमंत्री इसकी बातें नहीं कर रहे हैं। पता नहीं कौन सी बात कर रहे हैं।
‘100 के 100 नौजवान बेरोजगार मिलेंगे’
इसलिए सवाल करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार कह रही है कि यूपी में 100 में सिर्फ 4 बेरोजगार हैं। वे इस बात को मान ले कि नहीं माने। वे मानते हैं कि वे पढ़े लिखे नहीं हैं। लेकिन मुख्यमंत्री जी कह रहे हैं कि 100 में 4 बेरोजगार हिं। क्या सो में 4 बेरोजगार हैं यहां पर? आप किसी गांव में चले जाएं। 100 के 100 नौजवान बेरोजगार मिलेंगे। उनके पास नौकरी और काम नहीं है। हाथ में रोजगार नहीं है।
सीएम बताएं 46 में 56 एसडीएम कहां तैनात हुए हैं
अखिलेश यादव ने कहा कि उनकी पढ़ाई तो पूरी दुनिया और देश ने जान ली है। उन्होंने लोकसभा में कहा कि 46 में 56, मुख्यमंत्री जी कौन सी पढ़ाई आपने पढ़ी है? कहां की पढ़ाई पड़ी है कि 46 में 56…वे इस बात को अपने पिछड़े और दलित भाइयों को बताने आए हैं कि समाजवादियों को बदनाम करने के लिए उन्होंने कहा है कि 46 में 56 यादव हुए हैं। उन्होंने सदन में नहीं पूछा। लेकिन वे योगी और मुख्यमंत्री हैं। वे बताएं कि कहां पर 46 में 56 यादव एसडीएम हुए हैं? कोई मानेगा की 46 में 56? गोरखपुर वाले बताएं कि उन्हें कौन सी गिनती सिखा दिए हैं या फिर बाहर से वे सीख कर आए हैं।
‘नए मीटर तेज चल रहे हैं’
अखिलेश यादव लगातार हमलावर रहे और उन्होंने कहा कि आप बताइए कि बिजली का बिल आपको कितना देना पड़ रहा है? आज घरों का मीटर से चल रहा है। जब से यह सरकार आई है और जो मीटर लगाए हैं वह और तेज चल रहे हैं। नए मीटर ज्यादा तेज चल रहे हैं। कितना बिजली का बिल आपको देना पड़ रहा है? इन्होंने बिजली नहीं बनाई। कहीं पर भी एक यूनिट बिजली बनाई हो तो आप हमें बताइए। बिजली बनाना तो दूर, जो बिजली कारखाने का नाम है वह आज तक मुख्यमंत्री जी नहीं कह पाए। उन्होंने कभी भी कहा हो कि उन्होंने बिजली का कारखाना लगाया है? उन्होंने तो नहीं सुना है।
सोचिए कि वे कैसे मुख्यमंत्रीजी हैं?
आप गोरखपुर वाले लोग बताइए। हमने कई मौकों पर कहा है कि थर्मल प्लांट का नाम लेकर बताएं, लेकिन आप बताइए उन्होंने कहीं पर इसका नाम लिया हो। सोचिए कि वे कैसे मुख्यमंत्रीजी हैं? और कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश तरक्की कर रहा है। खुशहाल हो गया है। इनकी पढ़ाई 46 में 56 वाली है। यह लोग कह रहे हैं कि उत्तर प्रदेश की इकॉनमी वन ट्रिलियन डॉलर वाली है।
झूठ को सच साबित करने के लिए बुलाई है अमेरिका से कंपनी
अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अमेरिका से 200 करोड़ रुपए खर्च करके एक कंपनी बुलाई है। जो झूठ उन्होंने बोला है उसे सच कैसे बनाया जाए, इसके लिए 200 करोड़ रुपए खर्च कर रहे हैं। टीवी के लिए 2 हजार करोड़ खर्च कर रहे हैं। आप मोबाइल पर खोल के देख लो 200 करोड़ खर्च हो रहा है। टीवी पर चलाने के लिए 2 हजार करोड़ खर्च किया जा रहा है। ऐसे तो अपराध, घटनाएं न जाने क्या-क्या कह रहे हैं। लेकिन वे कह सकते हैं कि भाजपा कि सरकार में इतनी ज्यादा लूट, भ्रष्टाचार और बलात्कार हुए हैं कि पहले कभी नहीं हुए होंगे.
‘गोरखपुर में 5 साल में इतने अपराध हुए कि छप जाएगी किताब’
यह लोग जो कानून व्यवस्था पर अधिक बोलते हैं. गोरखपुर की अलग से एक किताब छप जाएगी कि पिछले 5 साल में कितनी घटनाएं हुई है. कितनी हत्याएं हुई हैं. बेटियों के साथ छेड़खानी हुई है. कितनी महिलाओं के साथ बलात्कार हुआ है. अखिलेश यादव ने कहा कि यह वही लोग हैं जो हिंदू मुस्लिम की खाई पैदा करते हैं. हमसे कहते हैं कि आप बड़े बड़ों की चार्जशीट दिखा रहे हो. हमें दिखा रहे हैं कि देखो इन लोगों पर बड़े-बड़े मुकदमे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने मुकदमे वापस नहीं लिए होते तो बताओ कितनी बड़ी सूची थी. इतनी बड़ी सोची थी तो बताओ गोरखपुर का कौन होता नंबर वन? जिस पर सबसे ज्यादा मुकदमे होते? मुकदमे वापस नहीं लिए होते तो..? देश कानून से चले. संविधान से चले. वह अपने लोगों से कह कर जा रहे हैं कि यह चुनाव इसलिए भी जरूरी है, क्योंकि इनको संदेश जाना चाहिए कि यह संविधान और हमारे लोकतंत्र को खतरा पैदा कर रहे हैं.
‘पांच हजार करोड़ में बन रही है 90 किलोमीटर की सड़क’
अखिलेश यादव ने कहा कि गोरखपुर वाले बताएं कि उनके लिए लिंक एक्सप्रेस पर बना था अभी तक जुड़ गया कि नहीं जुड़ गया? अगर जुड़ गया होता तो, हम हवाई जहाज से नहीं सड़क के रास्ते इतने ही समय में आपके बीच आ गए होते. जो लिंक एक्सप्रेस वे जोड़ना था वह आज भी नहीं जोड़ पाए हैं. आप लोग हिसाब-किताब लगाना हमारे मुख्यमंत्री तो 46-56 जानते हैं. लेकिन वह बताकर जा रहे हैं कि 90 किलोमीटर की सड़क लगभग 5 हजार करोड़ रुपए में बन रही है. कहां का हिसाब-किताब लगा रहे हैं यह लोग. यह कौन सा हिसाब किताब चल रहा है?
कई बार मॉल में जाओ तो एक पर दो सामान फ्री में मिल जाएंगे. कहीं ऐसा ही हिसाब किताब तो नहीं है. दिल्ली और लखनऊ वाले के इंजन आपस में टकरा रहे हैं. दिल्ली वाले छापा यहां पर मार रहे हैं. यहां वाले छापा वहां मार रहे हैं. इस चुनाव में मदद कीजिए. क्योंकि बेरोजगारी से लेकर महंगाई तक चरम पर है. सरकार में बैठे लोगों ने पूरे उत्तर प्रदेश को चौपट कर दिया है. आज उत्तर प्रदेश में विकास नहीं हो रहा है. आज जो फोरलेन सड़क दिखाई दे रही है वह बताओ समाजवादियों की देन है कि नहीं है?
‘समाजवादियों ने दी एम्स की जमीन, अस्पताल में इलाज की सुविधा नहीं’
एम्स की जमीन समाजवादियों ने दी है कि नहीं दी है? गोरखपुर में कमाल के मुख्यमंत्री हैं, इन्हें ऊंचाई से बहुत डर लगता है. एक पुलिस हेड क्वार्टर लखनऊ में बनवाया है, जिसकी छत पर हेलीकॉप्टर उतार सकते हैं. कभी नहीं उतर पाए. सुना है जो बिल्डिंग समाजवादियों ने यहां पर बनवाई थी, वह अधिक फ्लोर की थी. उन्हें ऊंचाई से डर लगा और 4 फ्लोर हटा दिए. कैसा हिसाब-किताब लगा रहे हैं.
जो इलाज, सुविधा, दवाई, अस्पताल में मिलनी चाहिए, वह नहीं मिल पा रही है. एम्स में भी जो सुविधा और बजट मिलना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है. इस चुनाव में आप सरकार के खिलाफ मतदान कर देना क्योंकि इन लोगों ने शहर को कूड़ा बनाकर रख दिया है. जिन शहरों में इनके मेयर रहे हैं वहां पर नालियों में उगता हुआ कचरा आप देख सकते हैं. थोड़ा सा पानी बरस जाए, तो यहां मेट्रो नहीं नाव चलेगी. ऐसी हालत इन्होंने पैदा कर दी है.