दिल्ली नगर निगम चुनाव के रिजल्ट के 80 दिन बीत जाने के बाद दिल्लीवासियों को मेयर, डिप्टी मेयर मिल पाया। लेकिन अबतक स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों को चुनने के लिए 6 मीटिंग हो चुकी है। पिछले 50 दिनों में 5 मीटिंग ऐसी हुई है, जिसमें आप और बीजेपी के पार्षद एक-दूसरे से मारपीट करने लगे। वहीं शुक्रवार को मारपीट के दौरान पार्षद अशोक मनु सदन के भीतर ही गंभीर रूप से घायल हो गए, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। दिल्ली की मेशैली ऑबराय ने पुलिस से सुरक्षा की मांग की है।
इस वक्त नगर निगम की बैठक से जुड़े वीडियो लगातार सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, जिसमें पार्षद एक दूसरे से मारपीट करते दिखाई दें रहे हैं। कभी लात घूंसा चल रहा है, तो कभी एक दूसरे के साथ मुक्के बाजी करते हुए दिखाई दे रहें हैं। चलिए आपको बता दें कि आखिरकार नगर निगम की बैठक में क्यों हो रही है बार- बार कुश्ती –
- बीजेपी अगर स्टैंडिंग कमेटी में 3 सदस्य नहीं जीता पाती है, तो नगर निगम से उसकी ताकत पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। नगर निगम चुनाव में बीजेपी पहले ही हार चुकी है। दिल्ली में लोगों से जुड़े अधिकांश बेसिक काम नगर निगम द्वारा ही किया जाता है। ऐसे में यहां पावरलेस होना बीजेपी के लिए एक बड़ा झटका साबित हो सकता है। यही वजह है कि बीजेपी नगर निगम के स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में हंगामा कर रही है। बीजेपी नका कहना है कि आप निष्पक्ष तरीके से चुनाव करवाने के बजाय जानबूझकर हमें हरा रही हैं।
- दिल्ली विधानसभा के बाद आप अब एमसीडी की सत्ता में भी आ गई है। पूरी शक्ति नहीं मिलने की वजह से दिल्ली में मुख्यमंत्री रहते भी अरविंद केजरीवाल कई फैसला नहीं कर पाते हैं। पिछले दिनों कई योजनाओं को उन्हें वापस लेना पड़ा है। ऐसे में आम आदमी पार्टी नहीं चाहती है कि दिल्ली में नगर निगम में भी पावर कम हो जाए, जिससे योजना को लागू करने में परेशानी हो। दिल्ली नगर निगम के चुनाव में आप ने साफ-सफाई से लेकर शिक्षा व्यवस्था ठीक करने के कई वादे किए हैं।
ऐसे में अब दोनों पार्टीयों की जनरें 2024 में होने वाले चुनाव पर भी है। दिल्ली नमें लोकसभा की कुल 7 सीटें है, जिस पर अभी बिजेपी का कब्जा है। आप का फोकस दिल्ली की सरकार और नगर निगम के बाद यहीं पर है। आप की कोशिश हैै कि नगर निगम में मजबूती से पकड़ बनाकर लोकसभा में इसे भुना जाए।
HC का खटखटाया दरवाजा
अब दिल्ली नगर निगम में लगातार हंगामे को लेकर आम आदमी पार्टी और बीजेपी आमने-सामने हैं। दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने अरविंद केजरीवाल और उनतकी पार्टी को निरंकुश बताया है। कपूर ने कहा- आम आदमी पार्टी को निरंकुश तरीके से विधानसभा चलाने की आदत है। यही काम नगर निगम में करना चाहती है। दिल्ली नगर निगम में जिस तरह से तांडव चल रहा है. ऐसे में हम चाहेंगे कि नगर निगम को फिर से भंग कर दिया जाए. वहीं बीजेपी पार्षद शरद कपूर ने मेयर, डिप्टी मेयर और स्टैंडिंग कमेटी के सदस्यों के चुनाव के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर उसे रद्द करने की मांग की है।