यूपीः प्रदेश के बांदा से फतेहपुर जिले के असोथर गांव की तरफ जाते हुए गोताखोर और एसडीआरएफ की टीम को सातवें दिन भी यमुना नदी में डूबी नाव नहीं मिली. इस बीच, फतेहपुर जिले के किशनपुर थाना अंतर्गत दो लापता लोगों के शव मिले हैं. इस तरह मरने वालों की संख्या 15 हो गई है.
इस मामले को लेकर प्रशासन का कहना है कि लापता लोगों की संख्या 15 थी और अब तक 15 शव मिल चुके हैं, लेकिन लापता नाव अभी तक नहीं मिली है. जबकि इसके लिए 20 किलोमीटर दूर तक यमुना नदी (Yamuna river) में तलाशी अभियान चलाया गया है.
दरअसल, 11 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन जिले के मरका थाना अंतर्गत मरका घाट पर यात्रियों से भरी एक नाव पलट गई. स्थानीय लोगों के मुताबिक नाव में 50 लोग सवार थे, जबकि सरकारी आंकड़ों के मुताबिक नाव में 32 लोग सवार थे. इनमें से 17 लोग बाहर निकले आए और 15 लोग डूब गए.
इस घटना में बच्चे और महिलाएं भी शामिल थे. इसमें फतेहपुर जिले के किशनपुर थाना क्षेत्र के नरौली घाट के पास नाविकों ने 20 साल की एक युवती का शव बरामद किया है. नाविकों ने उसी क्षेत्र के एकदला गांव में 35 वर्षीय महिला का शव बरामद किया है. दोनों शवों को थाने लाकर शिनाख्त के प्रयास किए जा रहे हैं.
NDRF द्वारा तलाशी अभियान जारी
सातवें दिन भी यमुना नदी में डूबी नाव का पता नहीं चल सका है. NDRF की टीम लगातार तलाशी अभियान चला रही है. साथ ही NDRF की टीम ने 3 नावों की मदद से करीब 100 लोहे के नुकीले कांटों को यमुना नदी में डाल दिया और नाव को खोजने के लिए करीब 20 किलोमीटर तक खोजबीन की.
एसडीआरएफ की टीम को नहीं मिली डूबी नाव
तमाम प्रयास के बाद भी नाव नहीं मिली. स्थानीय लोगों के मुताबिक इस नाव में सवार यात्रियों के अलावा उनके पास मोटरसाइकिल और साइकिल भी थी. यह भी आशंका जताई जा रही है कि नाव के नीचे कुछ और शव मिल सकते हैं, जबकि प्रशासन के अनुसार सभी लापता लोगों के शव मिल गए हैं.
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