हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के विरोध में जंतर-मंतर पर रविवार को पंचायत हुई। ऑल इंडिया सनातन फेडरेशन और हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित पंचायत में वक्ताओं द्वारा धर्म विशेष के खिलाफ विवादित बयानबाजी करने पर पुलिस ने पंचायत को बीच में ही रोक दिया। हालांकि तीन घंटे तक चलने वाले कार्यक्रम को पुलिस ने आधे घंटे पहले ही अनुरोध कर खत्म करा दिया। बता दें कि महापंचायत के दौरान महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने भड़काऊ भाषण दिया। इसके साथ विष्णु गुप्ता ने भाषण दिया। जिसके बाद कार्यक्रम रोक दिया गया। हरियाणा के नूंह में हुई हिंसा के विरोध में जंतर-मंतर पर रविवार को पंचायत हुई। ऑल इंडिया सनातन फेडरेशन और हिंदू संगठनों द्वारा आयोजित पंचायत में वक्ताओं द्वारा धर्म विशेष के खिलाफ विवादित बयानबाजी करने पर पुलिस ने पंचायत को बीच में ही रोक दिया। हालांकि तीन घंटे तक चलने वाले कार्यक्रम को पुलिस ने आधे घंटे पहले ही अनुरोध कर खत्म करा दिया। बता दें कि महापंचायत के दौरान महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने भड़काऊ भाषण दिया। इसके साथ विष्णु गुप्ता ने भाषण दिया। जिसके बाद कार्यक्रम रोक दिया गया।
पुलिस ने बीच में क्यों रोक दी महापंचायत
बता दें कि इसके बाद यति नरसिंहानंद को पुलिसवाले वहां से ले गए। वहीं नई दिल्ली के एडिशनल डीसीपी ने बताया कि महापंचायत के लिए फेडरेसन की तरफ से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन पुलिस की तरफ से अमुमति नहीं दी गई। कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलने वाला था। लेकिन दोपहर करीब 12:30 बजे ही अनुरोध के बाद खत्म कर दिया गया। पुलिस ने किसी को हिरासत में भी नहीं लिया।
200 से अधिक लोगों ने महापंतायत में लिया भाग
अखिल भारतीय सनातन महासंघ और देव सेना के सदस्यों की आयोजित इस पंचायत में पलवल, तिगरा और दक्षिण हरियाणा के आसपास के गांवों के 200 से अधिक लोगों ने भाग लिया। जंतर मंतर पंचायत तीन सप्ताह में इस तरह की तीसरी बैठक थी। पिछले दो रविवार को तिगरा और पलवल में इसी तरह की दो पंचायतें देखी गईं। पुलिस की बार-बार चेतावनियों के बावजूद, इन बैठकों में वक्ताओं ने एक समुदाय के सदस्यों को बुलाया और प्रतिभागियों को जरूरत पड़ने पर उनके खिलाफ हथियार उठाने के लिए कहा।
बता दें कि इसके बाद यति नरसिंहानंद को पुलिसवाले वहां से ले गए। वहीं , नई दिल्ली के एडिशनल डीसीपी ने बताया कि महापंचायत के लिए फेडरेसन की तरफ से अनुमति मांगी गई थी। लेकिन पुलिस की तरफ से अमुमति नहीं दी गई। कार्यक्रम सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलने वाला था। लेकिन दोपहर करीब 12:30 बजे ही अनुरोध के बाद खत्म कर दिया गया। पुलिस ने किसी को हिरासत में भी नहीं लिया।