New Update in Delhi Car Blast Case: दिल्ली कार ब्लास्ट के मुख्य आरोपी और सुसाइड अटैकर डॉ. उमर नबी को लेकर एक और बड़ा खुलासा हुआ है। क्राइम ब्रांच ने हरियाणा के नूंह जिले में छापेमारी की, जहाँ यह जानकारी मिली कि धमाके से पहले उमर ने करीब 10 दिन के लिए एक किराये का कमरा लिया था। यह कमरा नूंह की हिदायत कॉलोनी में था, जहाँ वह बिना किसी की नजर में आए ठहरा रहा।
पुलिस और जांच एजेंसियों ने नूंह से दिल्ली जाने वाले रास्तों पर लगे CCTV कैमरों की फुटेज भी खंगाली है। इनमें उमर की i-20 कार अलग-अलग जगहों पर दिखाई दी है, जिससे कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
किराये के मकान का कनेक्शन यूनिवर्सिटी कर्मचारी से
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उमर ने 10 नवंबर को इसी किराये के कमरे से अपनी कार में विस्फोटक सामान भरकर दिल्ली के लिए रवाना हुआ था। यह घर अल-फलाह यूनिवर्सिटी में इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाले शोएब की साली का बताया गया है। शोएब इस समय दिल्ली पुलिस की हिरासत में है और उसी ने उमर को यह कमरा दिलवाया था। शोएब की साली मूल रूप से गोलपुरी गांव की रहने वाली है और उसका ससुराल खिल्लुका गांव में बताया जा रहा है। ख़बर यह भी मिली कि उमर ने इससे पहले फिरोजपुर झिरका ATM से पैसे निकालने की कोशिश की थी, लेकिन सफलता न मिलने पर वह नूंह पहुंचा और वहीं यह कमरा किराये पर लिया।
CCTV फुटेज में कैद उमर की कार
उमर के इस कमरे में रहने की जानकारी न तो आसपास के किसी व्यक्ति को लगी और न ही स्थानीय खुफिया एजेंसियों को। नूंह के गोयल अल्ट्रासाउंड एवं डायग्नोस्टिक सेंटर के CCTV फुटेज में उसकी कार कॉलोनी में घुसते हुए दिखाई दी। लेकिन यह अभी भी साफ नहीं है कि वह कार किस रास्ते से निकलकर दिल्ली तक पहुँची। यह बात अब भी जांच टीम के लिए बड़ी चुनौती है।
ब्लास्ट से पहले की दो अहम घटनाएं
जांच में दो महत्वपूर्ण बातें भी सामने आईं
पहली, उमर फिरोजपुर झिरका के टोल प्लाजा से गुजरा था।
दूसरी, उसने बीवां पहाड़ी रोड के ATM से पैसे निकालने की कोशिश की थी।
ये दोनों घटनाएं यह इशारा करती हैं कि उमर ने धमाके की पूरी तैयारी सोच-समझकर की थी।
हवाला कारोबार से जुड़ रही कड़ियाँ
केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुग्राम अलवर हाईवे 248-A के कैमरों की भी जाँच की, जहाँ उमर की कार दिखाई दी। इसी दौरान हवाला कारोबार की एक महिला अफसाना के भाई रिज़वान खान को हिरासत में लिया गया है। शोएब पर भी हवाला से जुड़े होने का शक है, जिसके चलते उसे भी नूंह से पकड़ा गया है। इस मामले में यह भी पता चला है कि फरीदाबाद में मिला अमोनियम नाइट्रेट नूंह से खरीदा गया था और उसका कुछ हिस्सा दिल्ली कार धमाके में इस्तेमाल हुआ। अब जांच एजेंसियां अफसाना नाम की महिला और उसके नेटवर्क की तलाश कर रही हैं।








