यूं तो बड़े नेताओं का दौरे पर जाना और दौरे में पार्टी के नेताओं के घर जाना सियासत में कोई नई बात नही है, लेकिन कई बार एक दौरे कुछ बड़ा संदेश दे जाते हैं। गौतम बुद्ध नगर की सियासत में बीजेपी सांसद महेश शर्मा के घर पर गृह मंत्री अमित शाह का लंच चर्चाओ में रहा। बता दें कि चर्चा इसलिए भी थी क्योंकि संसद महेश शर्मा का इस बार टिकट कटना तय माना जा रहा है। अब ऐसे में गृह मंत्री अमित शाह का महेश शर्मा के घर आना और स्वादिष्ट भोजन करना महेश शर्मा के लिए अभयदान माना जा रहा है।
नोएडा से दो बार बीजेपी के सांसद महेश शर्मा के लिए हालिया कुछ समय से कुछ भी सही नही चल रहा है। 2014 में जब भाजपा की सरकार आई थी तो महेश शर्मा पावर कारीडोर के बहुत करीब थे, कल्चरल मिनिस्टर के तौर पर उन्होंने काफी महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। रामायण सर्किट गौतम बुध नगर में लव कुश मंदिर के अलावा देश में कई ऐसी प्राचीन सांस्कृतिक धरोहर थी। इन पर महत्वपूर्ण तरीके से काम चल रहा था लेकिन अचानक महेश शर्मा को केंद्रीय मंत्री से हटा दिया गया कोई भी पद उनको संगठन में नहीं दिया गया अतिरिक्त जिम्मेदारी भी नहीं दी गई।
इसके पीछे कारण माना जा रहा था कि आईबी की तरफ से उनकी रिपोर्ट ठीक नहीं थी गौतम बुद्ध नगर का कुछ सिस्टम ऐसा था जो उन्होंने खराब किया था वह क्या बातें थी, खुलासा कभी नहीं हुआ, अंदाजा लगा सकते थे कि ऐसा हुआ होगा वैसा हुआ होगा। उसके बाद श्री कांत त्यागी प्रकरण के बाद वे लगातार सत्ता पक्ष और विपक्ष के निशाने पर आ गए ..अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी के बाद वे किसान आंदोलन में किसानों के निशाने पर भी आ गए थे।
महेश शर्मा के घर पर किया अमित शाह ने भोजन
उसके बाद से लगातार अफवाहों के बाजार गर्म है की इस बार महेश शर्मा का टिकट कटना तय है लेकिन अचानक गृह मंत्री अमित शाह का नोएडा दौरा और उसके बाद उनका महेश शर्मा के घर पर भोजन के लिए जाना गौतम बुद्ध नगर की सत्ता को एक सीधा संदेश जाएगा ।क्योंकि बीजेपी की सियासत को नजदीक से समझने वाले जानते है की बीजेपी में जिसके पर कतरे जाते है बीजेपी आलाकमान उससे दूरी बना लेता है , लेकिन अमित शाह ने महेश शर्मा के घर पहुंचकर एक बड़ा मैसेज दे दिया है । महेश शर्मा के डूबते करियर में अमित शाह का लंच संजीवनी बन सकता हैं।
वैसे भी रवायत यही है की देवताओं को प्रसन्न करने के लिए 56 भोग चढ़ाया जाता है कहते है 56 भोग खाकर भगवान प्रसन्न होते है .. ऐसे में महेश शर्मा को भी उम्मीद है की शायद स्वादिष्ट भोजन और नमक का फर्ज महेश शर्मा अदा कर दें और उन्हे राजनीतिक जीवनदान मिल जाय ।