कांग्रेस पार्टी को हाल ही में कर्नाटक के चुनाव में शानदार जीत मिली थी। इस बंपर जीत से काफी उत्साहित पार्टी अब आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई है। बता दें कि देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर अपना पूरा प्लान तैयार कर लिया है। जिसके तहत यूपी कांग्रेस के नए अध्यक्ष अजय राय ने राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। अमेठी ही नहीं बल्कि नए अध्यक्ष अजय राय तो वाराणसी से प्रियंका गांधी वाड्रा के चुनाव लड़ने के संकेत तक दे दिए हैं। अब ऐसे में हर सियासी पार्टी को लग रहा है कि यूपी की डगर से ही दिल्ली का सफर पूरा होगा।
राहुल गांधी और स्मृति ईरानी चुनावी मैदान में एक बार फिर से आमने- सामने
वहीं ताजा बयान और हालातों को देखते हुए लग रहा है कि कांग्रेस देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में अपनी खोई हुई जमीन को वापस पाने के प्लान में जुट गई है, क्योंकि हाल ही में बने यूपी के प्रदेश अध्यक्ष ने ऐलान कर दिया है कि राहुल गांधी अमेठी से चुनाव लड़ेंगे। इस बयान के आधार से माना जा रहा है कि एक बार फिर से अमेठी में राहुल गांधी और स्मृति ईरानी चुनावी मैदान में एक दूसरे को टक्कर देते हुए नजर आएंगे। गोरतलब हो की अमेठी के सियासी मैदान में राहुल गांधी और स्मृति ईरानी कुल 2 बार आमने-सामने आए हैं। जहां दोनों नेताओं ने एक-एक बार जीत दर्ज कर मुकाबला एक-एक से टाई किया है। जहां 2014 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने करीब 90 हजार वोट से तो 2019 में स्मृति ईरानी ने करीब 55 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी।
बात करें 2019 में करीब 21 साल बाद कांग्रेस को अमेठी की सीट से हार मिली थी। अमेठी सीट से राहुल के अबतक के सफर की बात करें तो अमेठी की जनता ने राहुल गांधी को 3 बार जिताकर सांसद बनाया। राहुल गांधी साल 2004 में यहां से पहली बार सांसद बने तो 2009 के लोकसभा चुनाव में राहुल पर यहां की जनता ने फिर भरोसा जताया। वहीं साल 2014 में राहुल ने यहां से जीत की हैट्रिक लगाई।
कांग्रेस की अब यूपी में प्रेशर पॉलिटिक्स
अजय राय के इस ऐसान ससे जैसे राजनीति में भूचाल सा आ गया है, बीजेपी के जुबानी बाण लगातार प्रहार कर रहे हैं, लेकिन अजय राय ने जो कहा कि क्या वो इस बात का संकेत है कि कांग्रेस यूपी के लिए कोई बड़ी रणनीति बना रही है। क्योंकि यूपी बीजेपी का सबसे मजबूत किला है और लोकसभा के हिसाब से भी सबसे बड़ा राज्य है, जहां 80 सीटें हैं। तो क्या कांग्रेस अब यूपी में प्रेशर पॉलिटिक्स चल रही है।
जानिए UP से कांग्रेस को क्या है उम्मीदें
देखिए चुनाव का खेल है, और चुनाव का खेल शुरु होता है तो कुछ भी हो सकता है। जिस तरह से कांग्रेस ने 2024 के लिए बहुत ही सोच समझ कर अपनी रणनीति बनाई है, सबसे पहले तो कांग्रेस ने विपक्ष के 26 दलों का गठबंधन INDIA बनाया। ताकि मोदी और बीजेपी पर प्रेशर डाल सके और उनके एमडीए गठबंधन को टक्कर दे सके। दूसरा कांग्रेस ने अपनी पॉलिटिक्स को यूपी पर फोकस किया है, क्योंकि बीजेपी को सबसे ज्यादा भरोसा यूपी से हैं। एक तो वहां सीएम योगी आदित्यनाथ है, दूसरा पीएम मोदी वाराणसी से चुनाव लड़ते हैं। इसलिए कांग्रेस ने अजय राय को सोच समझकर यूपी कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया है। ये वही अजय राय हैं जिन्होंने 2014 में वाराणसी से नरेंद्र मोदी के खिलाफ लोकसभा चुनाव लड़ा था। अजय काय ये चुनाव पर जीत दर्ज नहीं कर पाए थे। लेकिन इस बार कह रहे हैं कि यूपी में जान लड़ा देंगे। 2024 की लड़ाई तगड़ी है, ये विपक्ष के INDIA गठबंधन बनने के बाद से ही तय हो चुका है। इस लड़ाई के केंद्र में राहुल गांधी ही होने वाले हैं, ये भी साफ-साफ नजर आ चुका है, क्योंकि जैसे ही 18 जुलाई को विपक्ष के INDIA गठबंधन की घोषणा होती है, ममता बनर्जी राहुल गंधी को अपना फेवरेट बताती हैं।
18 जुलाई को ममता बनर्जी ने बोला था कि हमारा फेवरेट राहुल गांधी है। अकेले ममता बनर्जी ही नहीं बल्कि महबूबा मुफ्ती ने भी कह दिया है कि राहुल गांधी सही ट्रैक पर हैं। पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा था कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा की. मुझे लगता है और राहुल ने जो स्टेप उठाया है कि मैं मुल्क को बचाऊंगा, वह अच्छा है. इसलिए इंडिया अच्छा है। लेकिन पीएम मोदी 2024 में तीसरा बार आने का दावा कर चुके हैं और राहुल गांधी पर लॉन्चिंग वाला प्रहार भी कर चुके हैं।
बीजेपी ने साधा निशाना
राहुल गांधी के अमेठी से चुनाव लड़ने के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के बयान पर बीजेपी नेता मोहसिन राजा ने कहा कि राहुल गांधी अपनी अम्मी जान की सीट बचायें. कांग्रेस को तो 30 साल पहले ही यूपी की जनता ने छोड़ दिया था। इस बार वह अपनी रायबरेली सीट बचाएं। अमेठी की जनता ने राहुल गांधी को छोड़ दिया था, जो स्मृति ईरानी के सामने जीतने का सपना छोड़ दें।