भोपाल। राजधानी से एक हैरान करनी वाली खबर सामने आई है। मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक बिना अनुमति के चल रहे एक बालिका गृह से करीब 26 बच्चियों के गायब होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि गुजरात, झारखंड और राजस्थान और मध्य प्रदेश के कई बच्चियां इसमें शामिल हैं। दरअसल पूरा मामला भोपाल के परवलिया थाना क्षेत्र का है,जहां एक निजी NGO के हॉस्टल (चिल्ड्रन होम) से बच्चियों के गायब होने के बाद विवाद खड़ा हो गया।
औचक निरीक्षण में समाने आया मामला
गौरतलब है कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भोपाल के बाहरी इलाके परवलिया में संचालित इस बालिका छात्रावास का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान रजिस्टर चेक में पता चला कि उसमें 68 बच्चियों की एंट्री थी, लेकिन हॉस्टल में सिर्फ 42 बच्चियां थीं। मामले को लेकर बालिका गृह के संचालक अनिल मैथ्यू से गायब बच्चियों के बारे में पूछताछ की गई तो वो जवाब नहीं दे पाए। घटना की जानकारी पुलिस को दी गई जिसके तहकीकात के बाद पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज किया।
चीफ सेक्रेटरी को लिखा पत्र
घटना को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने चीफ सेक्रेटरी वीणा राणा को पत्र लिख मामले में कारवाई करने कहा। दर्ज एफआईआर के मुताबिक चिल्ड्रेन होम का रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया गया है। यहाँ कई धर्म की बच्चियां हैं, हॉस्टल में सीसीटीवी कैमरे भी नहीं हैं। रात में 2 महिलाओं के अलावा 2 पुरुष गार्ड रहते हैं। आदि कई सारी ऐसी चीजें है जो संदेह का कारण है।