नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में बीजेपी का क्षेत्रीय दलों से गठबंधन को लेकर एक और तगड़ा झटका लगा है। पार्टी को ओडिसा के बाद पंजाब में भी गठबंधन के लिए कोई सहयोगी नहीं मिल पाया। जिसके बाद पार्टी ने एलान किया है कि वो राज्य में लोकसभा के सभी 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने वीडियो संदेश जारी कर दी सूचना
गौरतलब है कि पंजाब में कयास लगाए जा रहे थे कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में अकाली दल के साथ चुनाव लड़ेगी। लेकिन राज्य में सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच आपसी सहमति नही बन पायी। जिसके बाद बीजेपी ने राज्य के सभी 13 लोकसभा सीटों पर लड़ने की घोषणा कर दी। पार्टी के पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने वीडियो संदेश जारी कर कहा, ‘भाजपा पंजाब में अकेले ही लोकसभा मैदान में उतरेगी। उहोनें कहा कि पार्टी ने आम लोगों, कार्यकर्ताओं और प्रदेश के नेताओं के फीडबैक के आधार पर यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पंजाब के हित के लिए जो अथक प्रयास किए हैं, वो काम किसी से भी छिपे नहीं हैं और इसका परिणाम हमें लोकसभा में भी मिलेगा।
ओडिसा में भी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी
इससे पहले क्षेत्रीय दलों के साथ गठबंधन की प्रयास कर रही पार्टी का ओडिशा में भी गठबंधन नहीं हो सका है।पार्टी ने राज्य मे बीजेडी को साथ चुनाव लड़ने की कोशिश की थी, जिस पर उसे सफलता नहीं मिल पाई। उसके बाद ओडिसा में भी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। राज्य के सभी 21 सीटों पर कैंडिडेट उतारने का ऐलान पार्टी द्वारा किया जा चुका है।
बीजेपी के प्रति नाराजगी अहम कारण
पंजाब में गठबंधन पर आपसी सहमति न बन पाने का कारण किसान आंदोलन को बताया रहा है। जिसको लेकर राज्य में एक अलग माहौल बना हुआ है। जिसमें बीजेपी के केंद्र सरकार के पार्टी लोगों की नाराजगी खूब देखी जा रही है। यह कारण है कि अकाली दल भाजपा के साथ आने के पक्ष में नहीं है। अकाली दल के भाजपा के साथ जाने से पार्टी के मुख्य वोटर पंथिक सिख नाराज हो सकते हैं इसलिए पार्टी ने बीजेपी के साथ ना जाने का फैसला किया है। इसके साथ साथ भाजपा का ध्यान भी हिंदू वोटों पर है। ऐसे में पंजाब में आप, कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल के बीच चतुष्कोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा।