देहरादून। हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में मलिक के बगीचे में अवैध मदरसा और धर्मस्थल ढहाने गई राज्य पुलिस और जिला प्रशासन की टीम पर स्थानीय लोगों ने हमला कर दिया। हमले में शहर की मजिस्ट्रेट रिचा सिंह सहित 300 से अधिक पुलिसकर्मी और कई निगम कर्मी घायल हो गए। हिंसा में उपद्रव्यों ने बनभूलपुरा थाने में भी आग लगा दी और पुलिस की जीप, जेसीबी, दमकल की गाड़ी समेत कई वाहन भी फूंक दिए। जवाबी कारवाई में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हमलावरों पर लाठी चार्ज किया। लेकिन उपद्रवियों की संख्या इतनी ज्यादा थी कि उन्हें जान बचाने के लिए मौके से भगाना पड़ा। घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों को देखते ही पैर में गोली मारने के आदेश दिए। हिंसा में पिता पुत्र समेत छह आम लोगों की गोली लगने से मौत भी हुई है। घटना के बाद शहर भर में कर्फ्यू लगा दिया गया है।
दंगाइयों और उपद्रवियों के विरुद्ध करेंगे कठोरतम कार्रवाई : मुख्यमंत्री
हल्द्वानी में हिंसा के कारण शहर भर में DM वंदना सिंह ने वनभूलपुरा में कर्फ्यू का ऐलान किया है। इसके साथ साथ दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश भी दिए हैं। शहर में स्कूल-कॉलेज बंद करने के आदेश दिए गए हैं। सुरक्षा के लिए शहर में पैरामिलिट्री की 4 और PAC की 2 कंपनियां तैनात की गई हैं। पुलिस हिंसा में शामिल लोगों की पहचान के लिए cctv खंगाल रही है। घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा- अतिक्रमण कोर्ट के आदेश पर हटाया गया है लेकिन जिन लोगों ने कोर्ट के इस आदेश के विरोध में पुलिस पर हमला और आगजनी की है उनकी पहचान कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अवैध मदरसा और मस्जिद हटाए जाने पर उपद्रव
गौतलब है कि हल्द्वानी में थाना बनभूलपुर क्षेत्र के अंतर्गत एक अवैध मदरसा एवं प्रार्थना स्थल को नगर निगम की टीम द्वारा जेसीबी मशीन द्वारा ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम पारितोष वर्मा समेत नगर निगम अधिकारियों की बड़ी टीम मौजूद रही। जहां अवैध मदरसा और प्रार्थना स्थल को जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया गया। इस कार्रवाई के दौरान मलिक बाग के आसपास रहने वाले तमाम उपद्रवी तत्वों ने पुलिस प्रशासन और पत्रकारों पर पथराव कर दिया। कई पुलिसकर्मी और पत्रकार घायल हो गए, जिसके बाद पुलिस ने उपद्रवी तत्वों के खिलाफ कार्रवाई की और आंसू गैस का भी इस्तेमाल किया।
हल्द्वानी हिंसा के दौरान कब क्या हुआ
- 3:00 – अतिक्रमण हटाने के लिए बनभूलपुरा थाने के पास टीमें एकत्रित हुई।
- 4: 23 – टीम पुलिस फोर्स के साथ अतिक्रम स्थल की ओर रवाना हुई।
- 4: 30 – टीम मलिक स्थल पर पहुंची।
- 4: 40 – लोग अतिक्रमण स्थल पर जुटना शुरू किए।
- 4: 42 -अराजक तत्त्वों ने जेसीबी से हो रही कार्यवाही रोकी, हंगामा शुरू किया और पुलिस पर पत्थर बाजी हुई।
- 5: 17- पुलिस अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू की, लेकिन लोगों ने जेसीबी तोड़ी।
- 5: 24 – पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर आसू गैस के गोले छोड़े
- 5: 35 – उपद्रवियों ने वाहनों में आग लगा दी जिसके बाद कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
- 6: 30 – उपद्रवियों ने थाना फूंका दिया।
- 7:00 – घायल पुलिसकर्मियों को अस्पताल भेजा गया।
- 7:30 – घटना को लेकर मुख्यमंत्री ने बैठक की जिसमें उन्होंने उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दिए और शहर में कर्फ्यू का लगाने का आदेश जारी हुआ।