नई दिल्ली। 2013 में लखपत जेल में भारतीय नागरिक Sarabjit Singh की नृशंस हत्या के आरोपियों में से एक पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन Amir Sarfaraz की लाहौर में हत्या कर दी गई। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो अमीर सरफराज उर्फ तांबा पर लाहौर के इस्लामपुरा इलाके में मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने पाकिस्तानी अंडरवर्ल्ड डॉन पर गोली चलाई, जिस हमले में वो घायल हो गया। फिर गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।
Amir Sarfaraz कौन था ?
अमीर सरफराज का जन्म 1979 में लाहौर में हुआ था और वह लश्कर-ए-तैयबा (LE) के संस्थापक का करीबी सहयोगी माना जाता था। जेल में सरबजीत सिंह पर हमला करने के आरोप में अमीर सरफराज और अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में कोर्ट ने सरफराज के खिलाफ सबूतों की कमी का हवाला देते हुए 2018 में बरी कर दिया था।
Sarabjit Singh कौन थे?
सरबजीत सिंह पंजाब के निवासी थे जिन्हें जासूसी और 1990 में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बम विस्फोटों में कम से कम 14 पाकिस्तानी नागरिकों की हत्या के लिए पाकिस्तान की एक अदालत ने मौत की सजा सुनाई थी। हालांकि उन पर लगे आरोपों का उनके परिवार और भारतीय अधिकारियों ने जोरदार खंडन किया था। सरबजीत सिंह के परिवार का दावा है कि वह खेती के दौरान गलती से पाकिस्तान की सीमा में चले गए थे।
Sarabjit Singh की मई 2013 में मृत्यु हुई थी
2001 के संसद हमले के दोषी अफजल गुरु को फांसी दिए जाने के कुछ दिनों बाद, पाकिस्तानी जेल में दो दशक से अधिक समय से कैद Sarabjit Singh की मई 2013 में मृत्यु हो गई। उन्हें 23 साल तक लाहौर की कोट लखपत जेल में रखा गया था। उन पर कुछ कैदियों ने हमला किया था। कैदियों के एक समूह द्वारा सरबजीत सिंह के सिर पर ईंटों से हमला करने के बाद उनके मस्तिष्क की गंभीर चोटों के कारण लाहौर के जिन्ना अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां कुछ दिनों बाद, उन्होंने दम तोड़ दिया। सरबजीत सिंह पर इस हमले में कथित तौर पर अमीर सरफराज भी शामिल थे।