लखनऊ। (Bahubali Ansari ) यूपी का माफिया और प्रदेश में 5 बार के विधायक Mukhtar Ansari का आतंक इस कदर फैला हुआ था कि अंसारी पर छोटे बड़े मुकदमों को मिलाकर करीब 65 से अधिक मामले दर्ज थे। अपराध का यह सरगना पहली बार इस फील्ड में तब आया जब 1988 में उसपर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।
अपराध की दुनिया पहली इंट्री
मुख्तार अंसारी के परिवार की पहचान गाजीपुर की एक प्रतिष्ठित राजनीतिक खानदान से रही है। भारत के उप राष्ट्रपति के हामिद अंसारी के भतीजे मुख्तार अंसारी ने अपराध की दुनियां में पहली इंट्री 25 अक्टूबर 1988 को आजमगढ़ के संजय प्रकाश सिंह उर्फ मुन्ना सिंह द्वारा हत्या की कोशिश के लिए मुकदमा दर्ज होने पर ली। इस मामले में उसे अदालत ने 2007 में बरी कर दिया। लेकिन इससे पहले ही उसकी आतंक की विरासत तैयार हो चुकी थी जिसका वो किंग था।
पहले गैंग फिर बड़े माफियाओं से दुश्मनी
जैसा की होता है, बड़ा बनने के लिए छोटे से शुरुआत करनी होती मुख्तार ने भी छोटा काम शुरू किया। पहले छोटे छोटे आपराधिक कार्यों मे शामिल अंसारी 1990 के आसपास अपना बड़ा गैंग खड़ा किया। कोयला खनन, रेलवे, टैक्स, जबरन वसूली और अपहरण जैसे अपराधों के दम पर अंसारी ने अपना करोड़ों का सम्राज्य बनाया। गाजीपुर से शुरू हुया ये सिंडिकेट जल्द ही मऊ, गाजीपुर, बनारस और जौनपुर में एक्टिव हो गया। जिससे दूसरे गैंग के लीडरों को दिक्कत होने लगी और पूर्वांचल दो बड़े गैंग ब्रजेश सिंह और मुख्तार अंसारी गैंग से पपरेशान होने लगा। सरकारी ठेकों पर ब्रजेश सिंह गैंग के कब्जे के कारण उनका मुख्तार गैंग से सामना हुआ और ब्रजेश सिंह से मुख्तार की दुश्मनी शुरू हुई।
Mukhtar Ansari पर अपराध के 65 मामले
अलग अलग मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहा अंसारी पर हत्या के 18 सहित अपराध के 65 मामले दर्ज थे। इसमें हत्या, हत्या का प्रयास, धमकी, धोखाधड़ी, अपहरण, लूट आदि समेत कई अन्य आपराधिक कृत्य शामिल हैं। ये मामले पूरे प्रदेश में दर्ज थे। लखनऊ, गाजीपुर, चंदौली, वाराणसी, सोनभद्र, मऊ, आगरा, बाराबंकी, आजमगढ़ के अलावा नई दिल्ली और पंजाब में भी कई मुकदमे दर्ज किए गए थे। 2010 में कपिल देव सिंह और 2009 में गाजीपुर जिले में मीर हसन नामक व्यक्ति की हत्या के प्रयास मामले में अंसारी पर भी आरोप साबित हो चुके थे। वो 2005 से उम्रकैद की सजा काट रहा था।
Mukhtar Ansari मामले में चर्चित केस
- 24 जुलाई 1990 -बड़ागांव थाने में डिकैती और अपहरण का मामला दर्ज
- 3 अगस्त 1991- अवधेश राय हत्याकांड
- 23 जनवरी 1997 – अपहरण के मामले में वाराणसी के भेलूपुर थाने में मुकदमा दर्ज
- 6 फरवरी 1998 – भेलूपुर थाने में मुख्तार अंसारी के खिलाफ NSA लगाया गया
- 1 दिसंबर 1997- मुख्तार के खिलाफ धमकाने का मामला दर्ज
- 17 जनवरी 1999 – भेलूपुर थाने में मुख्तार के खिलाफ धमकाने और जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज
- 20 जुलाई 2022 – कैंट थाने में आपराधिक साजिश समेत अन्य आरोपों में मामला दर्ज
Ansari मामले में कब क्या फैसला ?
- 21 सितंबर 2022 – राजधानी लखनऊ के आलमबाग थाने में दर्ज मामले में मुख्तार को 7 साल की सजा
- 23 सितंबर 2022 – लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज केस में मुख्तार को 5 साल की सजा
- 15 दिसंबर 2022- लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में दर्ज एक दूसरे केस में मुख्तार को 5 साल की सजा
- 29 अप्रैल 2023- गाजीपुर की मोहम्मदाबाद कोतवाली में दर्ज मुकदमे में मुख्तार को 5 साल की सजा
- 5 जून 2023- वाराणसी के थाना चेतगंज में दर्ज मामले में मुख्तार को उम्र कैद की सजा
- 26 अक्टूबर – गाजीपुर के थाना करंडा में दर्ज मामले में मुख्तार को 10 साल की सजा
- 15 दिसंबर 2023- वाराणसी के थाना भेलूपुर में दर्ज केस में मुख्तार को 5 साल 6 महीने की सजा
- 13 मार्च 2024- गाजीपुर की मोहम्मदाबाद कोतवाली में दर्ज केस में मुख्तार को उम्र कैद की सजा