मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नतीजों की समीक्षा के लिए पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व (BJP) अलग-अलग राज्यों के नेताओं से मुलाकात कर लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन पर फीडबैक ले रहा है। एक दिन पहले मंगलवार (16 जुलाई 2024) को केंद्रीय नेतृत्व ने यूपी के डिप्टी सीएम केशव मौर्य और यूपी भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से मुलाकात कर फीडबैक लिया था।
समीक्षा रिपोर्ट में प्रशासन को भी ठहराया जिम्मेदार
बताया जा रहा है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ (BJP) अलग-अलग बैठकों में दोनों नेताओं ने कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और पार्टी के खिलाफ प्रशासन के काम को चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन का कारण माना है। कुल मिलाकर भाजपा ने अपनी समीक्षा रिपोर्ट में इस हार के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है।
उपेक्षा के कारण कार्यकर्ता सक्रिय नहीं दिखे
सूत्रों के अनुसार नेताओं ने आलाकमान से कहा कि प्रशासन की कार्यशैली के (BJP) कारण कार्यकर्ताओं की उपेक्षा हुई। उपेक्षा के कारण कार्यकर्ता चुनाव में सक्रिय नहीं दिखे। इतना ही नहीं इन नेताओं ने यह भी कहा कि प्रशासन ने भाजपा के वोटरों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिए। प्रशासन की टीम ने भी कोई मदद नहीं की। प्रशासन ने पार्टी के खिलाफ काम किया। हर सीट पर भाजपा का वोट बैंक एक खास पैटर्न पर घटा है।
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इस महीने के अंत में होगी बड़ी बैठक
दूसरी ओर खबर है कि लोकसभा नतीजों की समीक्षा के लिए इस महीने के (BJP) अंत तक भाजपा शासित राज्यों के सीएम की बड़ी बैठक होगी। सूत्रों का कहना है कि इस बैठक में पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल होंगे. बैठक में लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक न रहने पर चर्चा होगी. इसके अलावा सरकार संगठन में समन्वय पर भी चर्चा होगी. पार्टी के कई अन्य बड़े नेता भी इस बैठक में शामिल हो सकते हैं.