Brij Bhushan Singh Case: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और सांसद स्वाति मालीवाल के आवास पर कथित मारपीट मामले में शामिल महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप में ट्रायल का सामना करने की बात कही है। उन्होंने इस मामले में किसी भी गलती का अपना इनकार किया है और वह ट्रायल का सामना करने के लिए तैयार हैं। बीजेपी नेता बृजभूषण ने इस बात की पुष्टि की।
मेरे पास बेगुनाही का पूरा सबूत है- बृजभुषण शरण
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व चीफ ने बयान दिया, “मामले में अभी चार्जेज फ्रेम किए गए हैं। उन्हें अब कोर्ट में साबित करना होगा कि उन्होंने क्या कहा था और उसके साथ क्या सबूत प्रस्तुत किए गए हैं।” उन्होंने अपने निर्दोषता का पूरा सबूत रखने का दावा किया।
बृजभूषण सिंह ने अपनी गलती को मानने के बजाय इसके इनकार किया, कहते हुए कि गलती नहीं हुई है तो इसे स्वीकार करने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने महिला पहलवानों से यौन शोषण के मामले में कोर्ट द्वारा तय किए गए आरोपों को स्वीकार करने से इंकार कर दिया।
विनोद तोमर भी ट्रायल का करेंगे सामना
बृजभूषण के सहयोगी विनोद तोमर भी महिला पहलवानों से यौन शोषण के मामले (Brij Bhushan Singh Case) में ट्रायल का सामना करेंगे। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों को मानने से इनकार किया है। विनोद तोमर ने यह भी कहा है कि उनके पास सबूत हैं।
विनोद तोमर ने यह कहा कि अगर दिल्ली पुलिस ने ठीक से जांच की होती तो सच सामने आता। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उन्होंने कभी भी किसी को अपने घर पर नहीं बुलाया है और उनके पास इसका सबूत है। उन्होंने कहा कि जो सच है, वह जरूर सामने आएगा।
कैंसिलेशन रिपोर्ट पर 27 जुलाई को आएगा कोर्ट का फैसला
गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पॉक्सो मामले में दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज की गई कैंसिलेशन रिपोर्ट को एक दिन पहले ही, अर्थात 20 मई को फैसला टल दिया गया। अब इस मामले पर पाटियाला हाउस की पॉक्सो कोर्ट द्वारा 27 जुलाई को फैसला सुनाया जाएगा।
महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में पीड़ित नाबालिग लड़की के बयान को वापस लेने के बाद, दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कैंसिलेशन रिपोर्ट दर्ज की। इस कैंसिलेशन रिपोर्ट पर नाबालिग पहलवान द्वारा कोई विरोध नहीं किया गया था।