उन्होंने एक प्रेस नोट जारी (Budget 2024) करते हुए कहा, “पिछले 10 सालों में महाराष्ट्र को बहुत पीड़ा पहुंचाई गई है और मुंबई से लूट हुई है, लेकिन हर बजट में महाराष्ट्र को निराश किया गया है। महाराष्ट्र को और कितना अन्याय सहना होगा? जब तक दिल्ली की असंवैधानिक सरकार है, तब तक यह अन्याय जारी रहेगा। असंवैधानिक सरकार की कीमत महाराष्ट्र को चुकानी पड़ेगी।”
सामने आया प्रियंका चतुर्वेदी का बयान
शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने बजट पर महाराष्ट्र की अनदेखी का मुद्दा उठाया है, लेकिन एसल में बजट में महाराष्ट्र का विशेष उल्लेख नहीं किया गया है। इस पर उद्धव गुट की नेता प्रियंका चतुर्वेदी का भी बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने टिप्पणी करते हुए कहा कि, महाराष्ट्र टैक्स भरने में शीर्ष राज्यों में से एक है, लेकिन उसे बजट में ऊपरी स्थान नहीं दिया गया है। उन्होंने बताया कि इस बार महाराष्ट्र से कोई नए फंड नहीं मिला है, जो उनके अनुसार महाराष्ट्र को अपमानित करने जैसा है।
यह भी पढ़ें : सुनवाई के बाद आया सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, अब नहीं होगी नीट की परीक्षा
इसके साथ ही, महाराष्ट्र में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव हैं, जिसमें मुख्य रूप से महायुती (जिसमें बीजेपी, शिवसेना और एनसीपी का समर्थन है) और एमवीए (जिसमें कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी का समर्थन है) के बीच मुकाबला है।