5 महीने में सात जन्मों का वादा टूटा, पति का चेहरा आखिरी बार नहीं देख सकी, कैप्टन अंशुमन सिंह की पत्नी ने भावुकता से लिया सम्मान

Captain Anshuman Singh Story: बीते दिन कैप्टन अंशुमन सिंह को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया है। नम आंखों से उनकी पत्नी सृष्टि सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया। शादी के सिर्फ पांच महीने बाद कैप्टन अंशुमन सिंह को आखिरी बार नहीं देखा गया था।

Captain Anshuman Singh Story: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के वीरों को सर्वोच्च सैन्य पुरस्कारों से सम्मानित किया है। पिछले दिनों राष्ट्रपति भवन में 4 जवानों को कीर्ति चक्र और 2 जवानों को शौर्य चक्र मिला है। इस सूची में उत्तर प्रदेश के देवरिया के रहने वाले शहीद जवान कैप्टन अंशुमान सिंह का नाम भी शामिल है।

पत्नी सृष्टि ने लिया पुरस्कार

कैप्टन अंशुमान को राष्ट्रपति ने कीर्ति चक्र से सम्मानित किया है। वहीं, कैप्टन अंशुमान सिंह की पत्नी सृष्टि सिंह ने यह पुरस्कार ग्रहण किया। हालांकि, पुरस्कार लेने से पहले सृष्टि भावुक नजर आईं। पुरस्कार समारोह के दौरान सृष्टि की नम आंखें और उदास चेहरा देखकर हर कोई भावुक हो गया। शादी के महज 5 महीने बाद ही सृष्टि ने अपने पति को हमेशा के लिए खो दिया।

फरवरी 2023 में हुई थी शादी

फरवरी महीने में कैप्टन अंशुमान सिंह ने सृष्टि के साथ सात फेरे लिए थे। शादी के कुछ समय बाद ही कैप्टन वापस ड्यूटी पर चले गए थे। अंशुमान सिंह पंजाब रेजिमेंट की 26वीं बटालियन के आर्मी मेडिकल कोर के कैप्टन थे। वे सियाचिन ग्लेशियर पर तैनात थे।

Captain Anshuman Singh

सेना के बंकर में आग

वैसे तो सियाचिन ग्लेशियर अपनी जमा देने वाली ठंड के लिए जाना जाता है। वहां का तापमान हमेशा माइनस में रहता है। लेकिन जुलाई 2023 में सियाचिन पर बने सेना के कुछ बंकरों में आग लग गई थी। इस दौरान कुछ जवान बंकर में बुरी तरह फंस गए थे। कैप्टन अंशुमान ने भी बहादुरी दिखाई और बंकर में घुसकर 4 जवानों को वहां से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हालांकि अंशुमान खुद उस बंकर में फंस गए और कुछ देर बाद आग की चपेट में आ गए। अंशुमान को किसी तरह बंकर से निकालकर अस्पताल ले जाया गया। लेकिन अस्पताल में अंशुमान की मौत हो गई।

पति की मौत पर पत्नी बेहोश हो गईं

कैप्टन अंशुमान सिंह का पार्थिव शरीर हेलीकॉप्टर से उनके पैतृक गांव देवरिया लाया गया। अंशुमान की मौत की खबर से पूरे गांव में मातम पसर गया था। उनकी मां और बहन का रो-रोकर बुरा हाल था। वहीं, पत्नी सृष्टि पति को खोने के गम में बेहोश हो गई। जब सृष्टि को होश आया तो उसने पति को आखिरी बार देखने की इच्छा जताई। लेकिन उसका यह सपना भी पूरा नहीं हो सका।

पति का चेहरा आखिरी बार नहीं देखा

दरअसल, आग में कैप्टन अंशुमान का चेहरा बुरी तरह जल गया था और उनके चेहरे पर कपड़ा रखा हुआ था। अंशुमान की मां और पत्नी उन्हें आखिरी बार देखने के लिए रोती रहीं लेकिन उनकी इच्छा भी अधूरी रह गई। 21 जुलाई 2023 को अंशुमान का अंतिम संस्कार भागलपुर में सरयू नदी के तट पर किया गया।

Uttar Pradesh : ‘मुस्लिम न करें अपनी दुकानों का हिंदुकरण’, कांवड़ यात्रा से पहले यूपी के मंत्री का विवादित बयान

बेटे पर गर्व-पिता

अंशुमान के पिता ने बेटे की शहादत पर गर्व जताया है। उनके पिता रवि प्रताप सिंह भी सेना में सूबेदार रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैं भी सैनिक था। सैनिकों के लिए तिरंगे में लिपटकर आना मोक्ष के बराबर है। अंशुमान ने जिस बहादुरी से अपने प्राणों की आहुति दी है। मुझे उन पर गर्व है।

कैप्टन अंशुमान अमर हो गए

बता दें कि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अंशुमान की शहादत पर शोक जताया था। सीएम योगी ने परिवार को 50 लाख रुपए और सरकारी नौकरी देने का वादा किया था। उन्होंने गांव की एक सड़क का नाम कैप्टन अंशुमान सिंह के नाम पर रखने का भी आदेश दिया था।

Exit mobile version