CM Yogi Adityanath News: वाराणसी में ‘धरती आबा’ भगवान बिरसा मुंडा पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सख्त तेवर देखने को मिला। उन्होंने समाज में जातीय विद्वेष फैलाने, फेक अकाउंट के ज़रिए जातियों को लड़ाने और धार्मिक आयोजनों की आड़ में कानून तोड़ने वालों पर तीखा हमला बोला। बिना नाम लिए सीएम ने साफ शब्दों में कहा कि जो बातों से नहीं मानते, उन्हें “लाठी मारकर भगाना” होगा। जौनपुर में ताजिया मामले का उदाहरण देते हुए उन्होंने साफ किया कि अब यूपी में नियमों का उल्लंघन कर समाज को बांटने की कोशिश बर्दाश्त नहीं होगी। इसके साथ ही कांवड़ यात्रा पर मीडिया ट्रायल की आलोचना करते हुए उन्होंने दोहरे मापदंडों को लेकर विपक्षी मानसिकता पर भी जोरदार प्रहार किया।
मुख्यमंत्री योगी का तीखा हमला: ‘फेक अकाउंट वाले समाज को बांटते हैं’
CM Yogi Adityanath ने वाराणसी में आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी के मंच से जातीय द्वेष फैलाने वाले छिपे दुश्मनों की पोल खोली। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर जातियों को आपस में लड़ाने की साजिश करते हैं। तीन साल पुरानी एक आगजनी की घटना का जिक्र करते हुए सीएम ने बताया कि कैसे एक शरारती तत्व ने केसरिया गमछा ओढ़कर हिंदुओं की जाति को बदनाम करने की कोशिश की थी, लेकिन वीडियो फुटेज ने उसकी सच्चाई उजागर कर दी। योगी ने जोर देकर कहा कि समाज की शांति को भंग करने वालों की पहचान कर उन्हें बाहर निकालना ही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
जौनपुर की घटना पर कड़ी चेतावनी: ‘लाठी मारकर भगाओ’
CM Yogi Adityanath ने जौनपुर की उस घटना का जिक्र किया जिसमें बिना अनुमति के बड़ा ताजिया उठाया गया और वह हाईटेंशन तार से टकरा गया, जिससे तीन लोगों की मौत हुई। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसके बावजूद जब लोगों ने रास्ता जाम किया तो पुलिस से उन्होंने कहा- “लाठी मारकर भगाओ, क्योंकि ये लातों के भूत हैं, बातों से नहीं मानेंगे।” उन्होंने यह भी बताया कि सरकार ने ताजिया की ऊंचाई के लिए पूर्व में नियम तय किए थे ताकि बिजली व्यवस्था बाधित न हो। इसके बावजूद जब नियमों का उल्लंघन किया गया तो सख्त कार्रवाई की गई।
कांवड़ यात्रा बनाम मोहर्रम: मीडिया ट्रायल पर फटकार
CM Yogi Adityanath ने कहा कि कांवड़ यात्रा, जिसमें सभी वर्गों के लोग शांतिपूर्वक शामिल होते हैं, उसे मीडिया द्वारा उपद्रवियों की तरह पेश किया जाता है। जबकि दूसरी तरफ मोहर्रम के जुलूसों में यदि अस्त्र-शस्त्र और आगजनी होती है तो कोई कुछ नहीं बोलता। उन्होंने मीडिया और तथाकथित बुद्धिजीवियों की मानसिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये लोग भारत की संस्कृति और आस्था को अपमानित करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यही लोग जनजातीय समुदायों को भारत से अलग करने की कोशिश करते हैं।
राष्ट्रीय एकता पर बल: ‘बिरसा मुंडा हमारे संघर्ष का प्रतीक’
CM Yogi Adityanath ने भगवान बिरसा मुंडा को भारत की स्वतंत्रता और आत्मसम्मान का प्रतीक बताते हुए कहा कि उनकी विचारधारा आज के समय में और भी प्रासंगिक है। उन्होंने कहा कि जातीय भेदभाव फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ संगठित होकर खड़ा होना ही देश की एकता और अखंडता को बचा सकता है। कार्यक्रम के समापन पर उन्होंने समाज में समरसता, नियमों के पालन और सांस्कृतिक गौरव को प्राथमिकता देने की अपील की।