शिमला। हिमाचल प्रदेश में जारी राजनैतिक चलकर्मी के बीच कांग्रेस विधायक और राज्य के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। अपने इस्तीफ़े के बाद उन्होंने मीडिया से कहा कि मैं सरकार में शामिल नहीं हूँ। लेकिन मैं चाहता हूँ कि हमारी सरकार हर हाल में बचे रहें। हालांकि उनके इस्तीफे को लेकर कहा जा रहा है कि वो पार्टी से रिस्ता तोड़ सकते हैं। उधर विधानसभा अध्यक्ष ने विपक्ष के 15 विधायकों को सस्पेंड कर दिया। उनपर सदन में हंगामे के आरोप है।
ये विधायक हुए सस्पेंड
विधानसभा स्पीकर ने बीजेपी के 15 विधायक को सस्पेंड कर दिया। सस्पेंड होने वाले विधायकों में जयराम ठाकुर, विपिन सिंह परमार, रणधीर शर्मा, लोकेंद्र कुमार, विनोद कुमार, हंस राज, जनक राज, बलवीर शर्मा, त्रिलोक जमवाल, सुरेंद्र शोरी, दीप राज, पूर्ण चंद्र, इंद्र सिंह गांधी, दलीप ठाकुर और रणवीर सिंह शामिल है।
मंत्री के तौर पर अपमानित किया गया है: सिंह
मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने पार्टी से नराजगी को लेकर कहा कि उनके पिता के नाम पर पार्टी ने चुनाव लड़ी और जीती। लेकिन आज उनकी अनदेखी की जारी है। उन्हें अपमानित किया जा रहा हैं। राज्य में पार्टी की सरकार बने 14 महीने से अधिक समय हो गए है लेकिन अभी तक उनकी प्रतिमा नहीं लगई गई। गौरतलब है कि विक्रमादित्य सिंह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं।
#WATCH …विधायकों के साथ कहीं न कहीं अनदेखी हुई है, विधायकों की आवाज दबाने की कोशिश की गई है जिसके कारण हम आज इस कगार पर खड़े हैं…लगातार इन विषयों को पार्टी नेतृत्व के समक्ष भी उठाया गया है, लेकिन उसका जिस तरह से सरोकार लेना चाहिए था, वो नहीं लिया गया…: हिमाचल प्रदेश सरकार… pic.twitter.com/wfNfOCPVFG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 28, 2024
हम बीजेपी के साथ हैं : बागी विधायक
सदन में चल रही कार्यवाही के दौरान कांग्रेस के बागी विधायक विधानसभा पहुँचे। जहां उन्हें कांग्रेस समर्थकों ने रोकना चाहा लेकिन सुरक्षावलों के सहयोग से वो अंदर पहुँचे। पार्टी से नाराज विधायक इंद्रदत्त लखनपाल समेत अन्य सभी विधानसभा पहुंचे। जहां मीडिया द्वारा पूछे गए सवाल पर रवि ठाकुर ने कहा वो बीजेपी के साथ हैं।हालांकि बाकी विधायका अन्य विधायक इस सवाल पर खामोश रहें।