Crime News : उत्तर प्रदेश छिबरामऊ के रहने वाले एक छोटे से परिवार से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। जिसमें एक किशोरी ने प्रेम संबंधों के खिलाफ विरोध जताने पर अपने परिवार के सदस्यों को एक एक कर मौत के घाट उतारने की कोशिश की, जिसके चलते पिता की जान ही चली गई। इसके लिए उस छात्रा ने पहले सभी को नशीले पदार्थ मिलाकर बेहोश किया, और फिर पिता को गले पर आरी चलाकर हत्या कर दी। फिर उसने अपने भाई पर हथौड़ा लेकर ज़ोरदार हमला किया, लेकिन तभी अचानक उसकी आंखें खुल गई और वह बाल बाल बच गया। पुलिस अब इस मामले में छानबीन कर रही है।
गांव के ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात अजय पाल राजपूत (50) अपनी पत्नी और बच्चों के साथ रहते थे। पुलिस को बताया गया कि उनकी बेटी ने सभी को खिलाने के बाद उल्टियां करने लगीं, फिर सभी सो गए। उन्होंने खाने में कुछ मिलावट का शक किया।इस घटना के बाद, मरने वाले पिता के बड़े बेटे सिद्धार्थ ने पुलिस को बताया कि रात करीब 11:30 बजे बहन ने उस पर हथौड़ी से हमला करने की कोशिश की। लेकिन उसकी आंख खुल गई तो उसने उसके हाथ से हथौड़ी छीन कर फेंक दी। उस वक्त उसकी बहन ने उसके हाथ पर काट लिया। चीख-पुकार सुनकर मां मोनी देवी भी पहुंच गईं। जब वे दूसरे कमरे में सो रहे पति को बुलाने पहुंचीं, तो वे खून से लथपथ बिस्तर पर पड़े थे। पिता को सौ शैय्या अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बेटी ने पुलिस के सामने बयां किया कत्ल का पूरा मंज़र
छिबरामऊ के करीमुल्लापुर गांव में वीडीओ पिता अजय पाल राजपूत की हत्या के मामले में हिरासत में ली गई उनकी हत्यारोपी 17 वर्षीय बेटी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि परिजनों को उसके प्रेम संबंधों की भनक थी। उसके बड़े भाई ने उस पर पाबंदियां लगाई थीं, जिसके कारण उसने सभी को बेहोश करके भाई की हत्या करने की कोशिश की। उसने पिता की गर्दन पर हथियार से रेतकर दवा की जाँच की, लेकिन अनजाने में घाव गहरा हो गया और उनकी मौत हो गई।