Delhi: राजधानी
Delhi के उत्तरी द्वारका से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 16 साल की लड़की से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। लड़की ने जब इस घटना का विरोध किया तो उसे पांचवीं मंजिल से नीचे फेंक दिया गया। जानकारी मिलने पर पीड़िता के परिजनों ने उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां डॉक्टरों ने उसे
Delhi डीडीयू अस्पताल रेफर कर दिया। घटना के बाद से आरोपी फरार हो गया है।
इस मामले में पुलिस ने पीड़िता के बयान पर दुष्कर्म और हत्या के प्रयास समेत कई धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक पीड़िता के साथ पहले भी सामूहिक दुष्कर्म हो चुका है। मामले के आरोपी लड़की पर जेल से बाहर आने के बाद बयान बदलने का दबाव बना रहे थे। फिलहाल परिजनों ने उन्हीं लड़कों पर शक भी जताया है। पुलिस ने इससे इनकार किया है।
बंदूक की नोक पर किया दुष्कर्म
Delhi पुलिस ने बताया कि आरोपी और लड़की एक दूसरे को जानते हैं। पीड़िता अपने परिवार के साथ द्वारका में रहती है। सोमवार को घर पर कोई नहीं था। इसी दौरान आरोपी घर पर आया और बंदूक की नोक पर उसे पास की एक बिल्डिंग में ले गया। उसने लड़की के साथ दुष्कर्म किया और जब उसने विरोध किया तो उसे बिल्डिंग की छत से नीचे फेंक दिया। इस दौरान वहां से गुजर रहे लोगों ने लड़की को अस्पताल पहुंचाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। पीड़िता ने पुलिस से मांग की है कि आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।

Delhi में हुई कुछ प्रमुख यौन हिंसा के मामलों के बारे में जानकारी:
- निर्भया कांड (2012):
- चलती बस में 23 वर्षीय छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार और अत्याचार। इस घटना ने देशव्यापी आक्रोश फैलाया और दोषियों को मौत की सजा मिली।
- शकूरबस्ती बलात्कार मामला (2019):
- 9 वर्षीय बच्ची के साथ बलात्कार और हत्या। आरोपी ने बच्ची को उसके घर के पास से उठाकर घटना को अंजाम दिया।
- छावला गैंगरेप और हत्या मामला (2012):
- 19 वर्षीय लड़की का अपहरण, बलात्कार और हत्या। तीन आरोपियों को दोषी ठहराया गया।
- दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्रा बलात्कार मामला (2019):
- छात्रा के साथ ऑटो-रिक्शा ड्राइवर और उसके दोस्तों द्वारा बलात्कार। आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
- द्वारका सामूहिक बलात्कार मामला (2020):
- महिला के साथ पड़ोसियों द्वारा सामूहिक बलात्कार। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार किया।
इन घटनाओं से पता चलता है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।