Ghaziabad : गाजियाबाद में एक रिटायर्ड पुलिस इंस्पेक्टर ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। उन्होंने खुदकुशी करने का फैसला किया था।
जैसे ही लोग मौके पर पहुंचे, उन्हें पता चला कि संदिग्ध परिस्थितियों में रिटायर्ड इंस्पेक्टर ने बंदूक साफ करते समय गोली लग गई थी और उनकी मौत हो गई थी। इस घटना की सूचना पुलिस को उनके बेटे ने दी थी, जिसके बाद पूरे मामले की जांच शुरू की गई है।
क्या है मामला ?
2006 में उत्तर प्रदेश(Ghaziabad) पुलिस से रिटायर हो चुके लगभग 78 वर्षीय रामेश्वर दयाल गौर नेहरू नगर में अपनी पत्नी, बेटे और पुत्रवधू के साथ रहते थे। एक चुनावी दौरान उन्होंने अपनी दोनाली बंदूक जिसे उन्होंने अपनी बंदूक की दुकान पर जमा किया था, उसे लेकर घर आए और उसकी सफाई करने लगे। इसी बीच उन्हें संदिग्ध परिस्थिति में गोली लग गई और उनकी मौत हो गई। गोली की ध्वनि सुनकर घर के अन्य सदस्य अपने कमरे से बाहर निकले, जहां उन्होंने देखा कि रामेश्वर दयाल गौर लहूलुहान मृत्यु अवस्था में पड़े हुए थे।
एसीपी रवि कुमार सिंह ने बताया कि उनके बेटे भारत भूषण की मृत्यु एक चौंकाने वाली परिस्थिति में हुई है। उन्होंने सूचना दी कि भारत भूषण के शरीर पर गोली लगने से वे निधन कर गए हैं। पुलिस को यह जानकारी मिलने के बाद, मौके पर पहुंची पुलिस ने उनके शरीर को लहूलुहान हालत में जमीन पर पाया। शव को कब्जे में लेकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। एसीपी ने बताया कि प्रथम जांच में साफ हुआ कि गोली नहीं चली, बल्कि उन्होंने खुदकुशी की है।