मार्केट से 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना है
मनीकंट्रोल ने बताया कि हुंडई मोटर्स, देश की सबसे बड़ी कार कंपनी में से एक, आईपीओ के जरिए 3 अरब डॉलर (करीब 25,000 करोड़ रुपये) जुटाने का प्रयास कर सकती है। 25,000 करोड़ का आईपीओ लाने पर यह अब तक का सबसे बड़ा होगा। भारतीय जीवन बीमा निगम को पहले ही देश का सबसे बड़ा आईपीओ बनाने का पुरस्कार मिला है। 2022 में, कंपनी ने 21,008 करोड़ रुपये का आईपीओ बनाया था। इसके अलावा, कोल इंडिया ने आईपीओ के माध्यम से 15,199 करोड़ रुपये और पेटीएम की पेरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन ने 18,300 करोड़ रुपये जुटाने का प्रयास किया था।
हुंडई मोटर भारत का सबसे बड़ा IPO लाने की तैयारी में, 25,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य
मुख्य बातें:
- हुंडई मोटर इंडिया ने शनिवार को भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास अपने प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल किया।
- यह IPO 25,000 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है, जो इसे भारतीय इतिहास का सबसे बड़ा होगा।
- IPO में कंपनी के 17.5% हिस्से की बिक्री शामिल होगी, जिसमें कोई नया शेयर नहीं होगा।
- आईपीओ पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के माध्यम से होगा, जिसका अर्थ है कि मौजूदा शेयरधारक अपनी हिस्सेदारी बेचेंगे।
- कंपनी सितंबर या अक्टूबर 2024 तक आईपीओ लाने की उम्मीद करती है।
OFS आईपीओ जारी करेगा
मनीकंट्रोल ने बताया कि इस आईपीओ को पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल के माध्यम से लाया जाएगा, इसमें फ्रेश शेयर नहीं मिलेंगे। DRHP के अनुसार, इस आईपीओ से कंपनी के 142,194,700 इक्विटी शेयर बेच सकती है। कम्पनी के शेयरों का औसत मूल्य 10 रुपये है। कंपनी आईपीओ से पहले प्री-आईपीओ चरण पर भी विचार कर रही है।
अतिरिक्त जानकारी:
- यह IPO भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के 21,008 करोड़ रुपये के IPO के रिकॉर्ड को तोड़ देगा, जो 2022 में आया था।
- यह ऑटोमोबाइल क्षेत्र में दो दशक से अधिक समय में पहला बड़ा आईपीओ होगा, जब 2003 में मारुति सुजुकी ने अपना आईपीओ लाया था।
- आईपीओ को सिटी इंडिया, जेपी मॉर्गन इंडिया और कोटक महिंद्रा कैपिटल द्वारा प्रबंधित किया जाएगा।
भारत में दो दशक बाद किसी ऑटोमोबाइल कंपनी ने इतना बड़ा आईपीओ प्रस्तुत किया
देश में लगभग दो दशक की लंबी प्रतीक्षा के बाद एक ऑटोमोबाइल कंपनी का इतना बड़ा आईपीओ आने वाला है। 2003 में मारुति सुजुकी का आईपीओ आया था। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनी ओला का आईपीओ पहले सेबी से मंजूर हुआ था। सिटी इंडिया, जेपी मॉर्गन इंडिया और कोटक महिंद्रा कैपिटल इस आईपीओ को चलाएंगे।
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आईपीओ कब आ सकता है?
DRHP को फाइल करने के बाद सेबी से मंजूरी मिलने में 60 से 90 दिन लग सकते हैं। यही कारण है कि सितंबर या अक्तूबर तक यह आईपीओ आने की उम्मीद है।