जिंदगी बचाने के लिए गिड़गिड़ा रही थी श्रेया तो अपने लिए लड़ रहा था नवीन, जानिए मरने वालों के आखिरी लम्हों की बेबसी

Delhi IAS Coaching Center Tragedy: दिल्ली में IAS कोचिंग सेंटर में हुए हादसे को विद्यार्थियों ने देखा है। हादसे के खिलाफ हाईकोर्ट में भी याचिका दी गई है। MCD ने भी मामले में कार्रवाई की है। हम मामले से जुड़े कुछ नवीनीकरणों और प्रत्यक्षदर्शियों की मुखर कहानी को जानते हैं..।

Delhi IAS Coaching Centre Tragedy Updates: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राउ IAS कोचिंग सेंटर में हुए हादसे ने गहरे जख्म दिए हैं। शनिवार को भारी बारिश के कारण सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया। इस बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे थे कि अचानक पानी भरने लगा। इससे पहले कि वे बाहर निकल पाते, करीब 10 फीट पानी भर गया और 3 स्टूडेंट्स, जिनमें एक लड़की भी थी, फंस गए। तीनों को बचाया नहीं जा सका, और गंदे पानी में डूबने से उनकी मौत हो गई। बचाव दल को उनकी लाशें मिलीं।

स्टूडेंट्स की मदद की पुकार

बेसमेंट से बचकर निकले स्टूडेंट हृदयेश ने उस वक्त का दृश्य सुनाते हुए फूट-फूट कर रोने लगा। उसने कहा कि वह दोनों लड़कियों की उन आंखों को नहीं भूल सकता, जो मदद की उम्मीद कर रही थीं। श्रेया यादव, नवीन डालविन और तानिया सोनी की जान बचाई जा सकती थी, लेकिन हालात ऐसे बन गए कि उनकी मौत हो गई।

हादसे का संक्षिप्त विवरण:

बचाव के प्रयासों में बाधाएँ

बचाव के प्रयासों में कई बाधाएँ थीं, जैसे गेट का जाम होना, गंदा पानी और बिजली का जाना। हृदयेश और रमेश के अनुसार, लाइब्रेरी में 15 से 50 स्टूडेंट्स थे। NDRF ने लगभग 15 स्टूडेंट्स को रेस्क्यू किया, लेकिन तीनों को नहीं बचा सका। समय पर मदद मिलती तो उनकी जान बच सकती थी, लेकिन पानी भरते ही बायोमीट्रिक गेट लॉक हो गया। स्टूडेंट्स कुर्सियों पर चढ़ गए। बाहर खड़े लोगों ने रस्सियां फेंकीं, लेकिन गंदा पानी होने के कारण वे पकड़ नहीं पाए। बिजली भी बंद हो गई तो अंधेरे में कुछ नजर नहीं आया। श्रेया, तानिया और नवीन तीनों कुर्सियों पर खड़े थे।

आखिरी कोशिश

श्रेया और तानिया मदद के लिए चिल्ला रही थीं, लेकिन बेबसी का मंजर था। नवीन ने उन्हें बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाया। धीरे-धीरे उनकी आवाज बंद हो गई और उनके मुंह में पानी भरने लगा। एक युवक पानी में कूदा, लेकिन वह भी उन तक नहीं पहुंच पाया। पानी ऐसे बह रहा था जैसे दरिया हो। तीनों की मौत पानी में डूबने से हुई। पानी भरते ही NDRF को फोन कर दिया था, लेकिन शायद किस्मत को कुछ और मंजूर था।

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हादसे के कारण:

हादसे पर प्रतिक्रिया और विरोध

हादसे के विरोध में प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने दिल्ली पुलिस और NDRF को भी श्रेया, तानिया और नवीन की मौत का जिम्मेदार ठहराया। फोन करने के बावजूद दोनों देरी से पहुंचे। शाम करीब 7 बजे थे और बेसमेंट का दरवाजा लॉक हो चुका था। बिजली भी ठप हो गई थी। स्टूडेंट्स पानी में फंसे थे। समय रहते NDRF के गोताखोर उन्हें निकाल लेते तो तीनों की जान बच जाती। पानी इतना था कि सेंटर के बाहर लगने वाली रेहड़ी भी डूब गई थी। उसका मालिक स्टूडेंट्स की मदद कर रहा था।

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हाईकोर्ट में याचिका दायर

राउ IAS कोचिंग सेंटर में हुए हादसे के बाद दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई है। राष्ट्रीय प्रवासी मंच ने जनहित याचिका दायर कर दिल्ली में पढ़ रहे स्टूडेंट्स की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है। हादसे में मारे गए स्टूडेंट्स के लिए मुआवजा भी मांगा गया है। याचिका में दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार, MCD और राउ IAS कोचिंग सेंटर के मालिक को पार्टी बनाया गया है।

हादसे के परिणाम:

पुलिस कार्रवाई और जांच

FIR दर्ज होने के बाद दिल्ली पुलिस ने कोचिंग सेंटर के मालिक अभिषेक गुप्ता और को-ऑर्डिनेटर देशपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। LG वीके सक्सेना ने हादसे की जांच रिपोर्ट तलब की है और डिविजनल कमिश्नर को 2 दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। मेयर शेली ओबेरॉय ने MCD को उन सभी संस्थानों की जांच करने का आदेश दिया है, जो बेसमेंट में अवैध रूप से गतिविधियाँ कर रहे हैं। बेसमेंट में लाइब्रेरी या क्लास लगाने वाले 13 कोचिंग सेंटर सील भी कर दिए गए हैं।

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