J&K: जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनावों की घोषणा होते ही राजनीतिक दलों ने अपनी-अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने स्पष्ट कर दिया है कि वह केंद्र शासित प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी और कुछ सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन करेगी। इस बीच, कांग्रेस ने भी अपने पत्ते खोल दिए हैं और कहा है कि वह इंडिया गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी। हालांकि, उसने कहा है कि गठबंधन के मापदंड लोकसभा चुनावों से अलग होंगे।
पीटीआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, J&K में कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हमीद करा ने कहा है कि पार्टी जम्मू और कश्मीर विधानसभा चुनावों के लिए एक सम्मानजनक गठबंधन बनाने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों से बातचीत करने को तैयार है। दरअसल, तारिक हमीद करा से पूछा गया था कि क्या उनकी पार्टी कांग्रेस नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) जैसी पार्टियों के साथ गठबंधन करेगी।
कांग्रेस राज्य का दर्जा बहाल करने को मुद्दा बनाएगी
लोकसभा चुनावों के दौरान गठबंधन के बारे में करा ने कहा, ‘पिछले गठबंधन के अलग मापदंड थे। यह राष्ट्रीय स्तर पर था और संसदीय चुनावों और विधानसभा चुनावों के बीच के मापदंड हमेशा अलग होते हैं इसलिए हमें जम्मू और कश्मीर में पार्टी से बात करनी होगी। दिल्ली में नेतृत्व ने हमें आश्वासन दिया है कि एक सम्मानजनक गठबंधन होगा।’
J&K कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘हमें कार्यभार संभालने के तुरंत बाद चर्चा शुरू करनी होगी और मुझे अपने सहयोगियों से चर्चा करनी होगी और तभी हम कोई निर्णय लेंगे। हम भाजपा के प्रभुत्ववादी रवैये के खिलाफ लड़ रहे हैं। हम इसके लिए तैयार हैं। उन्हें राज्य का दर्जा बहाल करना होगा। साथ ही, जो कानून हम पर थोपे गए थे, उन पर भी विचार करना होगा। आम तौर पर लोग भाजपा के रवैये से परेशान हैं।’
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भाजपा जल्द जारी करेगी उम्मीदवारों की पहली सूची
इस बीच, J&K भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा कि पार्टी चुनाव से पहले कोई गठबंधन नहीं करेगी। हालांकि, वह कश्मीर घाटी में 8 से 10 निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन जरूर करेगी। पार्टी चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है और उम्मीदवारों की पहली सूची जल्द ही घोषित की जाएगी। भाजपा कश्मीर घाटी में अपने उम्मीदवार उतारेगी और बहुमत के साथ चुनाव जीतने में सफल होगी।