Karnataka: कर्नाटक karnataka में दो भाजपा विधायकों के साथ-साथ पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है. इस मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है. बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेर लिया है. उन्होंने सरकार से पूछा है कि क्या जय श्री राम का नारा लगाना लोकतंत्र के खिलाफ है? जिसके बाद कांग्रेस ने भी भाजपा ने जवाब देते हुए आरोप लगाया है कि भाजपा नेता राज्य में सांप्रदायिक माहौल को बिगाड़ने मे लगे हुए हैं.
क्या था पूरा मामला
karnataka के मंगलुरू के सेंट गेरोसा इंग्लिश हायर प्राइमरी स्कूल में दो भाजपा विधायक वेदव्यास कामथ और वाई भरत शेट्टी पर यह आरोप है कि उन्होंने स्कूल के बच्चों से जबरन ‘जय श्री राम’ का नारा लगवाया था. स्कूल मैनेजमेंट ने बताया कि यह उनके विरोध प्रदर्शन के दौरान किया गया और उनसे इसके लिए कोई इजाजत भी नहीं ली गई थी.
प्रशासन द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है कि छात्रों से जबरन नारे लगवाएं गए थे. पुलिस ने दोनों विधायकों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है. उसके साथ ही दो पार्षद संदीप गरोडी और भरत कुमार और बजरंग दल के नेता शरण पंपवेल के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है. पुलिस का कहा कि इस घटना से हिंदू और ईसाई समुदाय के बीच वैर फैलाने का भी आरोप है.
कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष ने कहा
कर्नाटक के भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र द्वारा कहा गया कि क्या जय श्री राम के नारे लगाना लोकतंत्र के खिलाफ है, सिद्धारमैया के नेतृत्व में भगवान राम का नाम सुनते ही कांग्रेस परेशान हो जाती हैं, वे आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अपनी उम्मीद छोड़ चुके हैं और इसी वजह से यह लोग जल्दबाजी दिखा रहे हैं और भाजपा नेताओं के खिलाफ मुकदमे दर्ज करा रहे हैं.
कांग्रेस ने क्या कहा?
कांग्रेस पार्टी का पक्ष रखते हुए कांग्रेस विधायक रिजवान अरशद ने इस पूरे मामले पर भाजपा पर निशाना साधाते हुए उन्होंने कहा कि यह हर रोज का किस्सा हो गया है. भाजपा नेता सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश मे लगातार लगे हुए है और जिससे लोग शांतिपूर्ण तरीके से न रह पाएं, लेकिन कांग्रेस सरकार हर उस इंसान के खिलाफ कार्यवाही कर रही है जो समाज में परेशानी खड़ी करने की कोशिश लगातार कर रहे है.