नई दिल्ली। उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के साथ समझौता के बाद अब दिल्ली, पंजाब और गुजरात समेत अन्य पांच राज्यों में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच लोकसभा चुनाव को लेकर राजनैतिक समझौता सफल मानी जा रही है।मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए अपने सीट-बंटवारे के साथ गठबंधन को अंतिम रूप दे दिया है। दोनों पार्टी में हुए समझौते के अनुसार दोनों पार्टी के बीच 4 और 3 सीटों पर चुनाव लड़ने पर सहमति बनी है। दिल्ली के सभी 7 लोकसभा सीटों में आम आदमी पार्टी 4 कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
आप के खेमे में ये सीट
- दक्षिणी दिल्ली
- पश्चिमी दिल्ली
- उत्तर पश्चिम दिल्ली
- नई दिल्ली
कांग्रेस के झोली में ये सीटें
- चांदनी चोक
- पूर्वी दिल्ली
- उत्तर पूर्वी दिल्ली
गौरलतब है फिलहाल राजधानी के सभी लोकसभा सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के संसद है। ऐसे में विपक्षी गठबंधन के बीच सीट-बंटवारा इंडिया ब्लॉक के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। लेकिन जब गठबंधन को लेकर तमाम तरह की बातें की जार रही हैं ऐसे में पहले यूपी और अब दिल्ली में गठबंधन का यह निर्णय विपक्ष के लिए महत्वपूर्ण है।
हरियाणा में कांग्रेस 9 सीटों पर लड़ेगी
हरियाणा में कुल 10 लोकसभा सीटें हैं। विपक्षी गठबंधन मे हुई समझौते के बाद यहां नौ सीटें पर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) एक सीट पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। हरियाणा परंपरागत रूप से कांग्रेस और भाजपा के बीच युद्ध का मैदान रहा है, लेकिन AAP धीरे-धीरे अपनी उपस्थिति दर्ज करा रही है। इसके साथ साथ दुष्यन्त चौटाला और ओम प्रकाश चौटाला के नेतृत्व वाली पार्टियाँ भी मतदाताओं का ध्यान आकर्षित करने की जुटी है।
गुजरात में 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी आप
गुजरात में 26 लोकसभा सीटें हैं। पिछले लोकसभा चुनावों में बीजेपी ने यहां क्लीन स्वीप किया था। राज्य में कांग्रेस 24 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। जबकि आम आदमी पार्टी को भरूच और भावनगर कीसीटें सौंपी जा सकती हैं। उधर पार्टी को गोवा में भी एक उम्मीदवार खड़ा करने का अवसर दिया जा सकता है।
एक तरफ जहां नीतीश कुमार का पाला बदलने और बंगाल में ममता बनर्जी के बयान के बाद बिखरी हुई नजर आ रही थी वहीं पिछले दिनों में यूपी और अब दिल्ली में सीट-बंटवारे की व्यवस्था इंडिया ब्लॉक के लिए महत्वपूर्ण है।