लखनऊ। बरेली जिला जेल में माफिया अशरफ से अवैध मुलाकात कराने और सहूलियत पहुंचाने के मामले में सद्दाम के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था। तब से आब तक STF उसकी तलाश में जुटी हुई थी। कई महीनों के बाद STF ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। बरेली जिले के जेल में बंद रहे माफिया अशरफ के साले सद्दाम को STF के बरेली यूनिट ने दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।
दिल्ली से सद्दाम धड़ दबोचा गया
बता दें कि प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड के बाद से ही सद्दाम फरार था। उस पर एक लाख रुपये तक का इनाम भी रखा गया था। कई टीमें उसकी तलाश में लगी हुई थीं। STF के DSP अब्दुल कादिर के नेतृत्व में टीम ने दिल्ली में रह कर सद्दाम को धड़ दबोचा । जेल में अशरफ से अवैध रूप से मिलने और सहूलियत पहुंचाने के मामले में सद्दाम के खिलाफ बिथरी चैनपुर थाने में FIR दर्ज हुआ था।
सद्दाम से माफिया भाइयों के पता चलेंगे राज
बृहस्पतिवार को STF उसे लेकर बरेली के बिथरी चैनपुर थाना पहुंची। STF और पुलिस की टीम सद्दाम से पूछताछ कर रही है। उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेजा दिया जाएगा। माना जा रहा है कि सद्दाम से अशरफ और अतीक अहमद के कई राज पता लगाए जा सकते हैं। लखनऊ और प्रयागराज की टीम भी उसकी तलाश में जुटी थी। आखिरकार एसटीएफ ने उसे दबोच लिया।
शूटरों को अशरफ से मिलवाता था सद्दाम
उमेश पाल की हत्या की साजिश बरेली जिला जेल में रची गई थी। यहां बंद रहे माफिया अशरफ का साला सद्दाम तीन सालों से बरेली में ही किराये पर रह रहा था। वह प्रयागराज के, शूटरों व अन्य जगह से आए लोगों को अशरफ से मिलवाता था। यहां जेल में अफसरों से लेकर सिपाहियों तक उसने नेटवर्क फैला रखा था। जीजा और साला दोनों मिलकर जेल प्रशासन को अपने इशारे पर नचाते थे।
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लल्ला गद्दी की भूमिका आई सामने
बताया जा रहा है की उमेश पाल की हत्या करने वाले शूटरों को अशरफ से मिलवाने में भी सद्दाम और उसके गैंग की बरेली निवासी लल्ला गद्दी की भूमिका सामने आई थी। बिथरी थाने में सद्दाम, लल्ला गद्दी और उसके अन्य गैंग पर मुकदमा दर्ज किया गया था। दूसरा मुकदमा सद्दाम व उसके साथियों के खिलाफ बारादरी थाने में दर्ज किया गया था।
उमेश पाल की हत्या के बाद सद्दाम हुआ था फरार
दोनों मुकदमों की विवेचना के लिए सीओ तृतीय के नेतृत्व में SIT गठित की गई थी। अशरफ व सद्दाम के गैंग को जेल भेजा गया था। साथ ही नौ लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। उमेश पाल की हत्या के बाद सद्दाम फरार हो गया था। बताया जा रहा है कि प्रयागराज में अतीक और अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या के बाद एनकाउंटर के डर से वह दुबई भाग गया था।