Maharashra : महाराष्ट्र के बदलापुर रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को भारी भीड़ पहुंची. लोग यहां ट्रेन पकड़ने नहीं, बल्कि ट्रेनें रोकने आए थे। सैकड़ों की संख्या में लोगों ने ट्रैक पर धावा बोल दिया. प्रदर्शनकारी शहर के एक स्कूल में दो बच्चियों के कथित यौन शोषण मामले में तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. उनका आरोप है कि पुलिस ‘देरी’ कर रही है. पुलिस ने स्कूल के अटेंडेंट को 17 अगस्त को गिरफ्तार किया था।
महाराष्ट्र के ठाणे में स्थित बदलापुर के एक स्कूल में बच्चियों के कथित यौन उत्पीड़न के मामले में जबरदस्त बवाल शुरू हो गया है। यहां भारी संख्या में लोगों ने सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया है। कई लोगों ने लोकल ट्रेनों को भी रोक दिया है। बताया गया है कि लड़कियों के अभिभावकों ने कई लोगों के साथ स्कूल का घेराव कर प्रदर्शन किया है।
बताया गया है कि इस घटना के सामने आने के बाद स्कूल के प्रबंधन ने प्रिंसिपल और स्टाफ के दो और सदस्यों को निलंबित कर दिया। हालांकि, इस घटना के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़क गया। सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। बताया गया है कि लोगों ने सुबह 8 बजे ही लोकल ट्रेनों की आवाजाही को रोक दिया और हंगामा किया। इसके बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एसआईटी जांच का आदेश दिया। वहीं मंत्री दीपक केसरकर ने घटना में पुलिस की सतर्कता को लेकर बयान दिया।
फडणवीस ने इस मामले में वरिष्ठ आईपीएस आईजी आरती सिंह के नेतृत्व में एसआईटी के गठन का एलान किया। आरोपी को सख्त सजा दिलाने के लिए ठाणे पुलिस कमिश्नर को भी इस मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने के लिए प्रस्ताव देने को कहा गया है।
क्या है पूरा मामला
गौरतलब है कि 17 अगस्त को पुलिस ने इस मामले में स्कूल के अटेंडेंट को गिरफ्तार किया था। शख्स पर किंडरगार्टन में पढ़ रहीं तीन और चार साल की दो बच्चियों से उत्पीड़न का आरोप था। बच्चियों के परिजनों की तरफ से दी गई शिकायत के मुताबिक, अटेंडेंट ने लड़कियों का स्कूल के टॉयलेट में ही उत्पीड़न किया था।
लड़कियों ने इस घटना के बारे में अपने माता-पिता को बताया था। इसके बाद मामले में शिकायत दर्ज हुई और आरोपी के खिलाफ पॉक्सो कानून की धाराओं में केस दर्ज हुआ। उसे बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। इस घटना पर स्कूल के प्रबंधन ने सोमवार को बयान जारी किया और कहा कि उसने प्रिंसिपल के साथ, एक क्लास टीचर और महिला अटेंडेंट को भी निलंबित कर दिया है। घटना को लेकर स्कूल की तरफ से माफी भी मांगी गई है।
इंस्पेक्टर का हुआ तबादला
महाराष्ट्र में सामने आई घटना के चलते संस्थान प्रबंधकों के खिलाफ सख्त कार्यवाही के आदेश दिए गए हैं। गुस्साई भीड़ ने बदलापुर में रेल रोको आंदोलन किया है। जिसमें भारी मात्रा में पथराव भी हुआ इसके साथ ही लोहमार्ग पुलिस कमिश्नर आंदोलनकारियों से बातचीत कर हालात को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं।
आपको बता दें कि इस मामले पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने का एलान किया है और मामले को तुरंत फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने का निर्देश दिया है। और वहीं स्कूलों में सखी सावित्री समिति का गठन हुआ है या नहीं, इसकी जांच करने का निर्देश दिया गया। इसके साथ ही कोई भी कानून व्यवस्था अपने हाथ में न ले, जिला प्रशासन ने शांति की अपील की है।