उद्धव अब बाल ठाकरे के रास्ते पर नहीं
शिव सेना (यूबीटी) पर निशाना साधते हुए दीपक केसरकर ने कहा कि उद्धव ठाकरे की जीत फतवे से हुई है। चुनाव प्रचार के दौरान मुस्लिम मतदाताओं को भरोसा दिलाया गया कि उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व के सिद्धांतों को छोड़ दिया है और बाल ठाकरे के विचारों को नहीं मानेंगे।
मुसलमानों ने वोट दिया
दीपक केसरकर कहते हैं कि मुंबई की सीटें जीतना इस बात का संकेत है कि फतवे ने उनकी बहुत मदद की है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे की पार्टी, शिव सेना, ज्यादातर सीटों पर सिर्फ एक से डेढ़ लाख वोटों से हारी है। मुसलमान मतदाताओं को लगता था कि उद्धव ठाकरे ने हिंदुत्व छोड़ दिया है। मुसलमानों ने फतवे से शिवसेना (यूबीटी) को वोट दिया। जबकि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को केवल मुंबई और महाराष्ट्र के लोगों ने वोट दिया था।
लोकसभेत होणार ‘असली’ शिवसेनेच्या वाघांची गर्जना! pic.twitter.com/XFrmqqMFLj
— ShivSena – शिवसेना Uddhav Balasaheb Thackeray (@ShivSenaUBT_) June 5, 2024
पाकिस्तान के साथ संबंध
यहीं नहीं रुके दीपक केसरकर। पाकिस्तान भी उद्धव ठाकरे की जीत से जुड़ा हुआ है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तानी मंत्री लगातार कह रहे थे कि मोदी की जीत निश्चित है। दुःख की बात है कि इस दावा को फैलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी गई। दलितों को विपक्षी दल ने धमकी दी कि अगर नरेंद्र मोदी फिर से सत्ता में आए तो संविधान को बदल देंगे।
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महाराष्ट्र चुनाव परिणाम
महाराष्ट्र के एमवीए गठबंधन ने 4 जून को हुए लोकसभा चुनाव में 31 सीटें जीती हैं। बीजेपी और शिव सेना का नेतृत्व वाला एनडीए सिर्फ 17 सीटों पर जीता है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भी इसी साल अक्टूबर में हो सकते हैं, इसलिए आम चुनाव के नतीजे भी चर्चा का विषय बन गए हैं। जिससे राज्य में राजनीतिक गतिविधियां बढ़ने वाली हैं।