TMC: सुबह 11 बजे लोकसभा के नए स्पीकर का चुनाव होगा। इसलिए सत्ता पक्ष और विपक्ष रणनीति बना रहे हैं। टीएमसी ने इस बीच अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार सुरेश को अपना समर्थन देने का ऐलान किया है। एनडीए ने ओम बिरला को चुना है, जबकि विपक्ष ने के सुरेश को चुना है। सहमति नहीं होने के कारण स्पीकर चुनाव हो रहा है।
India गठबंधन को स्पीकर चुनाव से पहले पश्चिम बंगाल की सत्ताधारी टीएमसी ने राहत दी है। TMC ने स्पष्ट रूप से घोषणा की है कि वह विपक्ष के स्पीकर पद के उम्मीदवार सुरेश का समर्थन करेगी। इससे पहले, टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि कांग्रेस के कोडिकुनिल सुरेश को उम्मीदवार बनाया गया, बिना उनकी पार्टी से सलाह लिए।
सरकार ने मांगा था समर्थन
केंद्रीय सरकार ने स्पीकर पद के लिए विपक्ष से समर्थन मांगा था। लेकिन विपक्ष डिप्टी स्पीकर का पद चाहता था। ऐसे में दोनों पक्षों के बीच कोई समझौता नहीं हुआ, इसलिए ‘इंडिया’ गठबंधन ने ओम बिरला के खिलाफ सुरेश को स्पीकर पद पर उतारने का निर्णय लिया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल ने कहा कि परंपरा के अनुसार विपक्ष को लोकसभा डिप्टी स्पीकर का पद मिलना चाहिए, और यदि सरकार इस पर सहमत होती है तो वे सरकार का समर्थन करेंगे।
Abhishek Banerjee ने कहा कि हमसे संपर्क नहीं किया गया था।
ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी ने चौंकाने वाला बयान दिया था, जो उनकी उम्मीदवारी पर था। हमसे किसी ने संपर्क नहीं किया, उन्होंने कहा। बातचीत नहीं हुई, दुर्भाग्य से यह निर्णय एकतरफा है। बाद में, टीएमसी ने मंगलवार शाम को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के घर में एक बैठक में भाग लिया। विपक्षी दलों के कई नेताओं ने इस बैठक में भाग लिया, जिनमें राहुल गांधी, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव, तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओब्रायन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता अरविंद सावंत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) की नेता सुप्रिया सुले, द्रमुक नेता टीआर बालू भी शामिल थे।
समाचार पत्रों के अनुसार, राहुल गांधी ने अभिषेक बनर्जी के बयान के बाद खुद ममता बनर्जी से फोन किया और उनसे स्पीकर पोस्ट के विपक्ष के उम्मीदवार सुरेश का समर्थन करने की अपील की। इसके लिए ममता बनर्जी तैयार थीं।