लखनऊ। बसपा प्रमुख मायावती ने बड़ा फैसला लेते हुए पार्टी से एक बड़ा मुस्लिम चेहरा इमरान मसूद को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. कुछ दिनों पहले इन्होंने पार्टी के लिए खुद को एसेट बताया था और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ-साथ सपा मुखिया अखिलेश यादव की तारीफ भी की थी.
पश्चिमी यूपी और उत्तराखंड की जिम्मेदारी
लोकसभा चुनाव से एक साल पहले सबसे ज्यादा 80 लोकसभा सीट वाले यूपी में बड़ा फेरबदल हुआ है. बहुजन समाज पार्टी ने अपने टीम से एक बड़े मुस्लिम चेहरे को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. करीब 10 महीने पहले मायावती ने खुद इमरान मसूद को पार्टी दफ्तर बुलाकर पार्टी ज्वाइन कराया था और इनके कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी दी थी. मसूद को पश्चिमी यूपी के साथ उत्तराखंड की जिम्मेदारी दी गई थी. लेकिन अब इनकपर अनुशासनहीनता का आरोप लगाते हुए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है.
पार्टी मीटिंग में नहीं शामिल हुए थे मसूद
बता दें कि बसपा प्रमुख मायावती ने मसूद को पार्टी ज्वाइन कराने की जानकारी ट्विटर हैंडल के जरिए दी थी. हाल ही में राजधानी लखनऊ में स्थित पार्टी ऑफिस में बसपा ने 2024 के मद्देनजर एक महत्वपूर्ण बैठक कराई थी. इस मीटिंग में इमरान मसूद को नहीं शामिल किया गया था.
सहारनपुर यूनिट ने लगाया गंभीर आरोप
बीएसपी की सहारनपुर जिला यूनिट ने इमरान मसूद के ऊपर अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिवधियों में शामिल होने का गंभीर आरोप लगाया था. इसी को लेकर बसपा ने निष्कासित करने का बड़ा फैसला लिया था. वहीं कुछ दिनों पहले इन्होंने राहुल गांधी और अखिलेश यादव की तारीफ भी की थी. गौरतलब है इमरान मसूद कांग्रेस पार्टी में रह चुके हैं. पिछले विधानसभा चुनाव में इन्होंने समाजवादी पार्टी का हाथ थामा था और फिर अक्टूबर 2022 में ये बसपा में शामिल हो गए थे. पार्टी से निष्कासित होने के बाद इनके फिर कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं.