लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने माफिया अंसारी की मौत पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने ट्वीट कर अंसारी परिवार को सांत्वना दी और योगी सरकार पर सवाल खड़े किए।
मायावती ने ट्वीट कर व्यक्त किया संवेदना
मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो लगातार आशंकायें व गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनकी उच्च-स्तरीय जाँच जरूरी, ताकि उनकी मौत के सही तथ्य सामने आ सकें। ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक। कुदरत उन्हें इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
— Mayawati (@Mayawati) March 29, 2024
गरीबों का मसीहा : मायावती
बसपा सुप्रीमो और मायावती का रिश्ता बड़ा अनोखा रहा हैं। खबरें बताती है कि मुख्तार अंसारी मायावती के गुडलिस्ट में थे। मायावती ने अंसारी को कई बार राजनैतिक मंचों से गरीबों का मसीहा कहकर भी संबोधित किया था।
राजनीतिक करियर
मऊ से विधायक और बाहुबली मुख्तार अंसारी का बसपा से पुराना रिश्ता रहा है। साल 1993 में जमानत पर छूटने पर पार्टी के टिकट पर घोसी संसदीय सीट से चुनाव लड़े और हार गए। लेकिन 1996 में बसपा के टिकट पर ही मऊ विधानसभा से जीते। फिर 2002 में निर्दलीय लड़कर जीत हासिल की और फिर 2009 में बसपा के टिकट पर वाराणसी से लोकसभा चुनाव लड़े और मामूली वोट से हारे।
2022 में बसपा से टिकट कटा
वहीं जब साल 2007 में बसपा क सरकार बनी और तो मुख्यमंत्री मायावती ने अंसारी को गरीबों के मसीहा करार देते हुए अंसारी पर चल रहे मुकदमों को षड्यंत्र का हिस्सा बताते हुए फर्जी बताया था। लेकिन फिर साल 2010 में बसपा ने मुख्तार को पार्टी से बाहर कर दिया। फिर बाद में बाहुबलियों से अपने रिश्ते को साफ करने के लिए पार्टी ने 2022 में पार्टी से सभी माफियायों का टिकट काट दिया। इसमे अंसारी भी शामिल था।