Mukthar Ansari: सपा का ‘मुख्तार’ प्रेम आखिर क्यों नहीं खत्म हो रहा? ये अपील पोस्टरों के माध्यम से

लखनऊ में समाजवादी पार्टी के नेता राम सुधाकर ने मुख्तार की याद में एक होर्डिंग लगाई है। जिसमें मुसलमानों से ईद नहीं मनाने की अपील की गई है।

mukhtar ansari

Mukthar Ansari: मुख्तार अंसारी की मृत्यु के बाद से उसके चाहने वाले लगातार शोक व्यक्त कर रहे हैं। साथ ही, कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने गाजीपुर पहुंचकर उनके परिवार से मुलाकात कर रहे हैं। मुख्तार अंसारी के एक पोस्टर वाली फोटो भी समाजवादी पार्टी के लखनऊ कार्यालय के बाहर वायरल हो रही है। मुख्तार अंसारी Mukthar Ansari के साथ समाजवादी पार्टी के नेता और राम सुधाकर के पोस्टर लगे हैं। इस पोस्टर में भी एक अपील की गई। पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है और होर्डिंग को हटवा दिया है। 7 अप्रैल को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं गाजीपुर में मुख्तार अंसारी के परिवार से मिलेंगे।

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क्या लिखा है पोस्टर में

यह पोस्टर सपा कार्यालय के बाहर लगा था. इसमें लिखा था कि इस वर्ष 2024 में आने वाले ईद पर मुस्लिम भाईयों और गैर मुस्लिम भाईयों से निवेदन है कि वे ईद न मनाएं. वे ईद के दिन पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी Mukthar Ansari के आकस्मिक निधन पर उनकी आत्मा की शान्ति के लिए ईदगाह के बाहर खड़े होकर एक मिनट का मौन रखकर ईश्वर से प्रार्थना करें। समाजवादी साथी इस दुख की घड़ी में मरने वाले परिवारों के साथ खड़े हैं।

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सपा नेता राम सुधाकर ने पोस्टर लगाए

मुख्तार अंसारी की मृत्यु के बाद से मामला शांत नहीं हुआ है। मुख्तार के मामले लगातार सुनने को मिल रहे हैं। मुख्तार के नाम का मोबाइल स्टेटस कुछ दिन पहले किसी पुलिसकर्मी ने लगाया था। अब समाजवादी पार्टी के नेता राम सुधाकर ने लखनऊ में मुख्तार अंसारी का चित्र लगाया है। जिसमें उन्होंने मुसलमानों को बताया कि ईद के दिन वे ईदगाह में दो दिन मौन रहते हैं।

कब हुई थी मुख्तार अंसारी की मौत

28 मार्च को बांदा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मुख्तार अंसारी Mukthar Ansari की मौत हो गई। मुख्तार अंसारी की स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद उसे रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज भेजा गया। जहां वह दिल का दौरा पड़ने से मर गई। अंसारी का शरीर उसके पैतृक घर गाजीपुर में कालीबाग कब्रिस्तान में दफनाया गया। मुख्तार पांच बार मऊ सदर सीट से विधायक रहा। अंसारी के परिवार ने उसकी मौत के कारणों पर संदेह व्यक्त किया। मुख्तार के परिवार ने दावा किया कि उसे जेल में धीमा जहर दिया गया था। राज्य सरकार ने न्यायिक जांच का आदेश दिया है। मुख्तार के परिजनों से मिलने के लिए वहाँ नेताओं की भीड़ है।

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