नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के पहले चरण के वोटिंग में अब महज कुछ घटों का समय रहा गया। जिसके बाद पहले चरण के उम्मीदवारों का किस्मत EVM में कैद हो जाएगा। पहले चरण के लिए आज चुनाव प्रचार का अंतिम दिन हैं। इससे पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया अलायंस के सहयोगी सपा और कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने गाजियाबाद में संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान विपक्ष के जीत के दावे को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि NDA को PDA इस बार हराने जा रहा है। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में Rahul Gandhi का एक जबाव चर्चा में आ गया।
MSP पर कानून लेकर आएंगे : Rahul Gandhi
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सरकार पर हमला करते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा कि आज देश के जनता का सारा पैसा 20-25 लोगों के पास है। इसलिए इस बार गरीबी पर चोट करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि आज किसान सड़कों पर हैं, अपने फसलों के सही दाम मांग रहे हैं, देश में हर दूसरी परीक्षा का पेपर लीक हो जा रहा हैं। महगाई और बेरोजगारी अहम मुद्दे हैं। लेकिन सरकार चुप हैं। हम सत्ता में आते हैं तो हम इन सभी विषयों पर कानून लेकर आएंगे।
बीजेपी पहले 180 मगर अब सिर्फ 150 सीटें जीत रही : Rahul Gandhi
कांग्रेस नेता ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि इंडिया ब्लॉक अब मजबूत होता जा रहा हैं। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि मैं सीटों को लेकर किसी तरह का भविष्यवाणी नहीं करता, लेकिन पिछले 15-20 दिन पहले जब मैं सोच रहा था कि इस चुनाव में BJP करीब 180 सीटें जीतेगी तो लेकिन पिछले दिनों एक न्यूज एजेंसी को दिए गए प्रधानमंत्री के इंटरव्यू के बाद मैं अब यह कह सकता हूँ कि उन्हें 150 सीटें ही मिलेंगी। कांग्रेस नेता ने भरोसा जताया कि विपक्ष को हर राज्य में जनता का सपोर्ट मिल रहा हैं और हम मजबूत हो रहें हैं। हमें उम्मीद है कि हम इस चुनाव में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहें हैं।
पत्रकार के सवाल पर कांग्रेस नेता का जवाब
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से सवाल जवाब के दौरान किसी पत्रकार ने कांग्रेस नेता से पूछा कि वो अमेठी और रायबरेली कहां से चुनाव लड़ेंगे। पत्रकार के इस सवाल के जवाब में पूर्व अध्यक्ष ने पत्रकार को शाबासी देते हुए कहा कि बहुत अच्छा, आपने बीजेपी का सवाल पूछा हैं। यह सवाल बीजेपी का हैं। फिर उन्होंने सवाल का जबाव देते हुए कहा कि ये फैसला पार्टी लेगी। मैं नहीं बल्कि मुझे जो आदेश दिया जाएगा मैं उसका पालन करूँगा। उन्होंने कहा कि मेरे पार्टी में ये फैसले कांग्रेस वर्किंग कमेटी लेती हैं।