RSS Latest Update : सरकारी कर्मचारियों के RSS शाखा में जाने की छूट, भाजपा ने बदला कांग्रेस का बरसों पुराना फैसला

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि पूर्वी सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को बिना किसी आधार पर संघ की गतिविधियों में शामिल होने से रोक लगा दी थी। उन्होंने कहा कि इस फैसले से भारतीय लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी।

Sunil ambekar, govt employees restriction, asaduddin owaisi, "rss ban, rss, indira gandhi
RSS Latest Update : भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने रविवार, 21 जुलाई को एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। सरकार ने 58 सालों के बाद सरकारी कर्मचारियों के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में शामिल होने पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल और ट्रेनिंग ने इस फैसले की घोषणा की है।
केंद्र सरकार (RSS Latest Update) के इस फैसले का RSS ने स्वागत किया है। राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने सोशल मीडिया पर इस फैसले का स्वागत करते हुए एक पोस्ट की है। उन्होंने बताया कि RSS ने पिछले 99 वर्षों से राष्ट्र के पुनर्निर्माण और समाज सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जिसके कारण समाज के लिए संघ की प्रशंसा भी हुई है।
सुनील अम्बेडकर की प्रतिक्रिया
सुनील आंबेकर ने पूर्व की कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि तत्कालीन सरकार ने अपने राजनीतिक स्वार्थों के चलते सरकारी कर्मचारियों को बिना किसी आधार के संघ जैसे संगठन की गतिविधियों में शामिल होने से प्रतिबंधित किया था। उन्होंने सरकार के इस फैसले पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वर्तमान निर्णय समुचित है और यह भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पुष्ट करने में मदद करेगा

क्यों लगाया गया था प्रतिबंध

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने इस निर्देश का स्वागत किया है। केंद्र सरकार ने 1966, 1970 और 1980 में जारी किए गए पूर्व सरकारों द्वारा जारी किए गए आदेशों में संशोधन किया है, जिनमें सरकारी कर्मचारियों को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की गतिविधियों में शामिल होने से रोक लगाई गई थी। आरोप है कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों ने सरकारी कर्मचारियों को इस संघ के कार्यक्रमों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगाया था। आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने पर कर्मचारियों को कड़ी सजा देने तक का प्रावधान था।

यह भी पढ़ें : कमाल! Amazon सेल के बाद यहां मिल रहा है सस्ता iPhone, चेक करें कीमत और ऑफर

सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन लाभ इत्यादि को ध्यान में रखते हुए सरकारी कर्मचारियों को इस संघ की गतिविधियों से दूर रहने की जरूरत थी। मध्यप्रदेश सहित कई राज्य सरकारों ने इस निर्देश को निरस्त कर दिया था, लेकिन केंद्र सरकार के स्तर पर यह निर्देश अभी भी प्रभावी था। इस मुद्दे पर इंदौर की अदालत में एक मामला चल रहा था, जिस पर अदालत ने केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांगा था। उसके परिणामस्वरूप, केंद्र सरकार ने एक नया निर्देश जारी करके उक्त प्रतिबंधों को समाप्त करने की घोषणा की।

Exit mobile version