नई दिल्ली : (Breaking News) भारतीय योग गुरु बाबा रामदेव को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से बड़ा झटका लगा है सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आदेश दिया गया है कि अब से बाबा रामदेव को भी अपने योग शिविर के लिए सर्विस टैक्स भरना होगा।
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक स्वामी रामदेव की योग शिविर लगवाने वाली संस्था को अब ‘पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट’ सर्विस टैक्स का भुगतान करने के लिए उत्तरदाया ठहराया गया है।
SC का रामदेव के लिए सख्त आदेश जारी
(Breaking News ) सुप्रीम कोर्ट की तरफ से स्वामी रामदेव को लेकर एक सख्त आदेश जारी किया गया है अबसे स्वामी रामदेव को भी पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के अंतर्गत आयोजित होने वाले योगा शिविरों के लिए सर्विस टैक्स भरना होगा। इन शिविरों में आवासिए और गैर आवासिय दोनों ही तरह के योग शिविर शामिल हैं।
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दरअसल, सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क की तरफ से मेरठ रेंज के आयुक्त ने पतंजलि योग ट्रस्ट को इस तरह के लगाए गए शिविरों के लिए 2006 से 2011 के बीच लगभग 4.5 करोड़ रुपये की राशी अदा करने को कहा था। लेकिन उस समय पतंजलि की तरफ से कहा गया था कि हमारे इन शिविरों द्वारा लोगो को सहायता प्रदान कर उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को हल किया जाता है। ये एक ऐसी चीज़ है जो किसी भी प्रकार के शुल्क देने योग्य नहीं है। इस बात पर ट्रिब्यूनल ने कहा था कि ट्रस्ट दावा करता है कि यहां योग के माध्यम से लोगों को होने वाली विशिष्ट बिमारियों का उपचार प्रदान कर उनकी फिटनेस को बने रखने का कार्य किया जाता है। लेकिन ये बात किसी भी प्रकार के ठोस और सकारात्मक और ठोस सबूत द्वारा पदर्शित नहीं की गई है।
आपको बता दें कि स्वामी रामदेव के योग शिविर ऐसे शिविर होते हैं जिनमें एक या दो व्यक्ति नहीं बल्कि भारी संख्या में लोग आते हैं और वहां केवल एक व्यक्ति को ही नहीं बल्कि कई लोगों को एक साथ योग और ध्यान की शिक्षा दी जाती है। इसके साथ ही उनको हुई विशिष्ट बिमारियों की जानकारी लेकर उनके उपचार का कार्य किया जाता है। इसके लिए किसी भी व्यक्ति को दान के रूप में शुल्क का भुगतान करना होता है तभी जाकर गे की प्रक्रिया शुरु होती है। इन योग शिविरों में स्वयं बाबा रामदेव ही लोगों को योग का ज्ञान देते हैं।