नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में लोकसभा से निलंबित TMC संसद महुआ मोइत्रा के याचिका पर बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। मामले को लकेर सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा महासचिव को नोटिस कर जवाब मांगा है। लोकसभा महासचिव को 2 हफ्ते में जवाब देना होगा। अब मामले की अगली सुनवाई 11 मार्च को होगी।
जल्द सुनवाई के अपीलों को SC का ना
तृणमूल संसद को संसद की लोकचार समिति की रिपोर्ट के आधार पर उनके खिलाफ कार्यवाई करते हुए उन्हें लोकसभा से निष्कासन कर दिया गया। उनका निलंबन केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी के सिफारिस के बाद किया गया था। उनपर पैसे लेकर लोकसभा में सवाल पूछने का आरोप लगाया गया था। जिसको लेकर उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। जिसपर सुनवाई के बाद अपने फैसले में सुप्रीम कोर्ट ने लोकसभा सचिव को जबाब देने के लिए 2 हफ्ते का समय दिया। जबकि कोर्ट ने TMC संसद के संसद से निष्कासन और फरवरी में सुनवाई की अपीलों को ठुकरा दिया।
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शीतकालीन सत्र से हुए थे TMC संसद निलंबित
ज्ञात हो की TMC संसद को पैसे लेकर सवाल पूछने मामले में संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन से निष्कासित कर दिया गया था। मोईत्रा ने अपने निष्कासन के खिलाफ लोकसभा आचार समिति पर पर्याप्त सबूत के बिना फैसले लेने और मामले को लेकर मनमानी का आरोप लगाया है। महुआ मोइत्रा ने अपनी याचिका में संसद में अपनी अयोग्यता को चुनौती देने के साथ साथ आचार समिति के निष्कर्षों पर चर्चा के दौरान लोकसभा में खुद का बचाव करने की अनुमति नहीं दिए जाने की बात कही है। जिस पर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई।