Sirajuddin Haqqani: दुनिया भर में खूंखार आतंकियों की लंबी सूची है। लेकिन इस लिस्ट में Sirajuddin Haqqani का नाम अक्सर चर्चा में रहता है। ठीक है, सिराजुद्दीन हक्कानी को अमेरिका में सबसे चर्चित आतंकियों में शामिल किया गया है। जिस पर अमेरिका ने करोड़ों रुपये का इनाम घोषित किया है।
UNSC ने ट्रैवल बैन हटाया
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने Sirajuddin Haqqani पर से यात्रा प्रतिबंध को हाल ही में हटाया है। हक्कानी ने दो दिन पहले इस पांबदी के बाद हज यात्रा करने का निश्चय किया था, और अब वह संयुक्त अरब अमीरात (UAE) पहुंच चुका है। UNSC ने हक्कानी को अफगानिस्तान पर कब्जा करने के बाद से ही विदेश जाने पर प्रतिबंध लगाया था।
अमेरिका ने 83 करोड़ का इनाम घोषित किया
सिराजुद्दीन हक्कानी का अपराध इतिहास बहुत लंबा है। पाकिस्तान में बढ़ती हक्कानी हमेशा से अफगानिस्तान में छिड़े गृहयुद्ध को हवा देती रही है। तालीबान का मुखिया सिराजुद्दीन हक्कानी है। 2010 में अमेरिका में हुए कई आतंकी हमलों में सिराजुद्दीन हक्कानी का नाम बताया गया था। अमेरिका ने फिर हक्कानी पर 83 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया। तब से, सिराजुद्दीन हक्कानी को अमेरिका में सबसे चर्चित आतंकियों में गिना जाता है।
अफगानिस्तान पर नियंत्रण
अगस्त 2021 में, कई दशकों के गृहयुद्ध के बाद तालीबान ने अफगानिस्तान पर अधिकार कर लिया। हक्कानी ने अफगानिस्तान की बागडोर अपने हाथ में ले ली। तालीबान सरकार के गठन के बाद सिराजुद्दीन हक्कानी को अफगानिस्तान का गृह मंत्री बनाया गया। हालाँकि, UNSC ने इसके बाद हक्कानी पर भी ट्रैवल बैन लगा दिया। तब से हक्कानी अफगानिस्तान में था और कभी बाहर नहीं गया था।
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यूएई के राष्ट्रपति से मुलाकात
लेकिन दो दिन पहले यूएनएससी ने हक्कानी का ट्रैवल बैन हटा दिया था। हक्कानी फिर यूएई जाकर हज यात्रा करता है। तालीबान के खुफिया प्रमुख और मौलवी अनस हक्कानी भी हज यात्रा के दौरान मौजूद हैं। हक्कानी ने भी यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद से मुलाकात की है।
1/5-Acting Minister of Interior IEA, H.E Khalifa Sirajuddin Haqqani met with the head of the International Islamic Fiqh Academy and representatives of their scholars. During the meeting, H.E Khalifa welcomed the scholars and added that scholars are the mercy of pic.twitter.com/Vb3VEHFFPZ
— Ministry of Interior Affairs- Afghanistan (@moiafghanistan) June 22, 2022