नई दिल्ली: चाँद पर लैंडर विक्रम को सॉफ्ट लिफ्ट करना हमारे लिए अपने मिशन में आगे बढ़ने जैसा है। भविष्य में इंसानों को भी चाँद पर भेजा जा सकता है।
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने एक बार फिर ‘विक्रम’ लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग करवाई है। इसकी जानकारी ISRO ने 4 सितंबर की सुबर करीब 11:30 बजे सोशल मीडिया प्लेटफॉम X के माध्यम से पूरी दुनिया की दी। ISRO ने कहा कि ‘विक्रम’ अपने उद्देश्य की ओर आगे बढ़ रहा है। चाँद की सतह पर इंसानों के भेजने के मिशन में विक्रम ने पहला कदम बढ़ा दिया है। यह सफल उपलब्धि इसरो के भविष्य के मिशनों के लिए अच्छी खबर है। इस मिशन ने भारत की तकनीकी शक्ति और वैज्ञानिक क्षमता को पूरी दुनिया को दिखा दिया है।
ISRO ने X पर लिखा
‘विक्रम लैंडर ने अपने मिशन के उद्देश्यों को पार कर लिया। यह सफलतापूर्वक आगे बढ़ रहा है। इंजनों को चालू किया गया और अनुमान है कि इसने खुद को लगभग 40 सेमी ऊपर उठाया और 30 से 40 सेमी की दूरी से वापस चांद की सतह पर लैंड कर गया। यह ‘किक-स्टार्ट’ भविष्य के मिशनों और मानव मिशनों को उत्साहित करता है! प्रयोग के बाद तैनात रैंप, चाएसटीई और आईएलएसए को वापस मोड़ दिया गया और सफलतापूर्वक पुन: तैनात किया गया।’