Solar Eclipse: आज इस वर्ष का पहला सूर्यग्रहण होगा। 50 वर्षों बाद, यह सूर्यग्रहण करीब पांच घटें और 25 मिनट तक चलने वाला सबसे लंबा होगा। लेकिन भारत का उपग्रह आदित्य एल1 इस खगोलीय घटना को रोक नहीं पाएगा। आइए जानें इसके कारण…
आदित्य एल1, भारत की पहली सौर वेधशाला, लगातार सूर्य का अध्ययन कर रही है। इसके बावजूद, ये सैटेलाइट सूर्य ग्रहण को नहीं देख पाएंगे। आज वर्ष का पहला सूर्य ग्रहण होगा। 50 वर्षों बाद, यह सूर्यग्रहण करीब पांच घटें और 25 मिनट तक चलने वाला सबसे लंबा होगा। इस समय सूर्य अपने चरम पर होगा, जिससे पृथ्वी कुछ समय के लिए अंधेरा हो जाएगा।
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आदित्य एल1 नहीं देख पाएगा सूर्यग्रहण
भारत का आदित्य एल1 सैटेलाइट इस खगोलीय घटना को पकड़ नहीं पाएगा। यह नहीं है कि यह उपग्रह ऐसा नहीं कर सकता; इसके बजाय, उपग्रह को ऐसे स्थान पर रखा गया है कि वह 365 दिन तक सूर्य के चौबीसों घटों को अनवरत देख सकता है।
भारतीय वैज्ञानिकों ने एक जगह चुनी, जहां ग्रहण से उपग्रह का दृश्य कभी बाधित नहीं होगा। इसरो के आदित्य एल1 उपग्रह के परियोजना निदेशक निगार शाजी ने कहा कि ग्रहण से सूर्य में कोई परिवर्तन नहीं होगा।
इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि आदित्य एल1 सूर्यग्रहण नहीं देख पाएगा क्योंकि चंद्रमा अंतरिक्ष यान के पीछे लैग्रेंज प्वाइंट 1 (एल1 बिंदु) पर है, इसलिए पृथ्वी पर दिखाई देने वाले ग्रहण का उस स्थान पर बहुत कम असर होगा। “आदित्य एल1” को पृथ्वी से लगभग 1.5 मिलियन किमी दूर स्थित सूर्य-पृथ्वी प्रणाली केलैग्रेंज बिंदु 1 (एल1) को प्रभामंडल कक्षा के चारों ओर रखा गया है।
क्या है आदित्य एल1
सूर्य पर लगातार नजर रखने वाला उपग्रह आदित्य एल1 का वजन लगभग 1,500 किलोग्राम है। भारत में सूर्य की निगरानी, खासकर जब सूर्य सक्रिय होता है, की पहली कोशिश है। 400 करोड़ रुपये की लागत से सौर वेधशाला बनाई गई है। वास्तव में, आदित्य एल1 उपग्रह अपने कृत्रिम सूर्य ग्रहण Solar Eclipse को अपने विशेष उपकरण, विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (VLCA) के साथ प्रभावी ढंग से अध्ययन करता है।
डॉ. दीपांकर बनर्जी, बंगलूरू से इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स (आईआईएपी) के सौर भौतिक विज्ञानी, कहते हैं कि उपग्रह वैज्ञानिकों को सूर्य के कोरोना को देखने और अध्ययन करने का अवसर देता है।
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नासा ने सूर्यग्रहण के लिए बनाई योजना
उत्तरी अमेरिका में यह ग्रहण दिखाई देगा। पूरे अमेरिका में पूर्ण सूर्य ग्रहण एक दुर्लभ घटना होगी। स्काइडाइविंग से लेकर विशेष उड़ानों तक, इस खगोलीय घटना को देखने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। न्यूयॉर्क के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में पूर्ण ग्रहण देखने को मिलेगा।
नासा ने एक बयान में कहा कि 8 अप्रैल, 2024 को उत्तरी अमेरिका, मैक्सिको, संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा में पूर्ण सूर्य ग्रहण Solar Eclipse होगा। विशेष बात यह है कि नासा छाया का पीछा करने के लिए विशेष अनुसंधान विमान भी उड़ा रहा है, जो अन्य उद्देश्यों के लिए भी उपयोग किया जाता है।
आज सूर्यग्रहण के बारे में खास बातें
- 8 अप्रैल की रात को भारतीय समय के अनुसार सूर्य ग्रहण 9 बजकर 13 मिनट पर शुरू होगा और मध्य रात्रि 2 बजकर 23 मिनट पर खत्म होगा। अमेरिकी समय के अनुसार, यह ग्रहण दोपहर दो बजकर पंद्रह मिनट पर शुरू होगा। इस पूरे सूरज ग्रहण की अवधि पांच घंटे दस मिनट होगी।
- आज पूर्ण सूर्य ग्रहण Solar Eclipse होगा। ये लंबा होगा। इस सूर्य ग्रहण की अवधि लगभग पांच घंटे दोपहर होगी। जब दिन अंधेरा हो जाएगा, इसमें लगभग साढ़े सात मिनट का समय रहेगा। 54 साल बाद ऐसा हुआ।
- ग्रीनलैंड, अमेरिका, दक्षिण प्रशांत महासागर, उत्तर अटलांटिक महासागर, आइसलैंड और पॉलिनेशिया समेत कई देशों में इस सूर्य ग्रहण को देखा जा सकेगा, लेकिन अमेरिका के उत्तरी भाग में यह पूरी तरह से दिखाई देगा। वहां इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं।
- आज अमेरिका में सूर्यग्रहण मनाया जा रहा है। यहां की सरकार सूर्य की किरणों से चिंतित है। अमेरिका के कई हिस्सों में आपातकाल घोषित किया गया है। आज कई राज्यों में स्कूल बंद रहेंगे, बच्चों की सुरक्षा के लिए।
- आज भारत में सूर्य ग्रहण दिखाई नहीं देगा। इसलिए यहां इसके बुरे प्रभाव नहीं होंगे। यहाँ सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देने से सूतक काल भी नहीं माना जाएगा। यही कारण है कि यहां कोई भी अच्छी बात नहीं होगी।
धार्मिक और परहेज, राशियों पर प्रभाव
- आज सूर्यग्रहण मीन राशि में होगा और रेवती नक्षत्र में रहेगा। देवगुरु बृहस्पति मीन राशि का मित्र है। ज्योतिषियों का कहना है कि आज चंद्रमा, शुक्र और राहु सूर्य के साथ होंगे।
- 2024 के पहले सूर्यग्रहण पर सोमवती अमावस्या होगी। हिंदू धर्म में अमावस्या का बहुत महत्व है। इस दिन स्नान करना, दान करना और अन्य धार्मिक कार्य करना होता है। इस दिन पूजा और तर्पण की जाती है।
- भारत में आज सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा, लेकिन आप लाइव स्ट्रीमिंग देख सकते हैं। इस स्वागत को अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की ऑफिसियल वेबसाइट पर प्रत्यक्ष प्रसारण किया जाएगा। नासा का यूट्यूब चैनल 8 अप्रैल रात 10:30 बजे से लाइव प्रसारण शुरू करेगा।
- आज वृषभ, मकर, सिंह, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों के लिए सूर्य ग्रहण बहुत शुभ होगा। इन राशियों को सूर्य की कृपा से अच्छे परिणाम मिलेंगे। साथ ही मेष, कन् या, धनु और मीन राशि वालों को सूर्य ग्रहण बहुत अच्छा नहीं लगेगा। इन्हें बहुत सावधान रहना होगा।
- सूर्यग्रहण के दौरान बहुत कुछ ध्यान रखना चाहिए। इस समय भोजन न तो पकाना चाहिए और न ही खाना चाहिए। माना जाता है कि सूर्य की घातक किरणों से भोजन दूषित हो जाता है, जो स्वास्थ्य पर घातक हो सकता है। वर्तमान समय में गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। उन्हें किसी भी नुकीली वस्तु का उपयोग नहीं करना चाहिए।
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